राज्य ब्यूरो, नईदुनिया भोपाल। 'बॉट ब्रो' ट्रेडिंग के नाम से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में हजारों लोगों को ठगने के आरोपित दीपक शर्मा और मदन मोहन कुमार को दूसरे राज्यों की पुलिस भी पूछताछ के लिए भोपाल से लेकर जा सकती है।
कारण यह है कि आरोपी कंपनी यार्कर एफएक्स, वायएफएक्स, क्यूएफएक्स के विरुद्ध निवेशकों से धोखाधड़ी करने के संबंध में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, असम सहित 10 से अधिक राज्यों में 12 प्रकरण पंजीबद्ध हैं। इन कंपनियों के एजेंट मूलधन में छह से आठ प्रतिशत प्रतिमाह तक लाभ देने का लालच देकर लोगों को फंसाते थे। बाट ब्रो के नाम पर राशि ली जाती थी। इस राशि को मेटा-5 अकाउंट में यूएस डालर के रूप में दिखाया जाता था।
बता दें कि मध्य प्रदेश एसटीएफ ने दीपक शर्मा और मदन मोहन कुमार को मंगलवार को दिल्ली से गिरफ्तार किया था, जिन्हें कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। एसटीएफ को अभी तक आरोपित कंपनियों द्वारा 2200 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी के प्रमाण मिले हैं। इसमें 90 करोड़ रुपये फ्रीज कराए गए हैं। मामले में एसटीएफ ने अभी तक 18 लोगों को आरोपित बनाया है। इनकी गिरफ्तारी और पूछताछ से फर्जीवाड़े का पूरा नेटवर्क सामने आएगा। आरोपितों की संख्या और बढ़ सकती है।
एसटीएफ सूत्रों ने बताया कि गिरफ्त में आए आरोपित एजेंट के रूप में काम करते थे। मुख्य जालसाज दुबई में बैठा लवीश चौधरी है, जो उत्तर प्रदेश का है। उसका दुबई में शापिंग मॉल होने की जानकारी भी सामने आई है। अब उसे दुबई से भारत लाने के प्रयास किए जाएंगे। लोगों से पैसे निवेश कराने के लिए उसने कई राज्यों में अपना बड़ा नेटवर्क बना लिया था। इंदौर में 20 लाख रुपये की ठगी के शिकार एक पीड़ित द्वारा दर्ज कराई गई एफआइआर के आधार पर मध्य प्रदेश एसटीएफ ने कार्रवाई की थी। पुलिस अधिकारियों का मानना है अब मामला खुलने के बाद ठगे गए लोग आगे आएंगे।