Sarthak App: सार्थक एप से उपस्थिति अनिवार्य, अन्यथा कटेगा प्रोफेसरों का वेतन
प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में अधिकारियों, कर्मचारियों और अतिथि विद्वानों की उपस्थिति सार्थक एप से दर्ज करना 1 जुलाई 2023 से अनिवार्य किया गया, लेकिन केवल 60% अनुपालन हो रहा है। 1 मार्च 2024 से एप के बिना उपस्थिति अमान्य होगी और वेतन रोका जाएगा। सभी को 28 फरवरी तक लॉगिन प्रक्रिया पूर्ण करनी होगी।
Publish Date: Tue, 25 Feb 2025 12:02:13 AM (IST)
Updated Date: Tue, 25 Feb 2025 09:15:58 AM (IST)
उच्च शिक्षा विभाग ने अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए पत्र जारी किया।HighLights
- एक मार्च से सार्थक एप से उपस्थिति अनिवार्य होगा।
- 28 फरवरी तक लॉगिन प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
- अधिकारी-कर्मचारियों के लिए ट्रेजरी एम्प्लॉय कोड।
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल : प्रदेश के सरकारी कालेजों में कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी और अतिथि विद्वानों की सार्थक एप से उपस्थिति पिछले साल जुलाई से ही अनिवार्य की गई है। इसके बावजूद उपस्थिति आनलाइन दर्ज नहीं हो रही है। हालांकि उच्च शिक्षा विभाग आनलाइन उपस्थिति के लिए लगातार कवायद कर रहा है।
60 फीसद उपस्थिति
अभी भी सिर्फ 60 फीसद उपस्थिति एप के माध्यम से लगाई जा रही है। इसे देखते हुए उच्च शिक्षा विभाग ने फिर से सभी क्षेत्रीय संचालकों को पत्र जारी करते हुए निर्देश दिए हैं कि एक मार्च से सबकी उपस्थिति सार्थक एप से ही मान्य की जाएगी।
वेतन का भुगतान रोक दिया जाएगा
इसमें गैरहाजिर होने पर वेतन का भुगतान रोक दिया जाएगा। साथ ही कार्रवाई भी की जाएगी। आदेशित में यह भी कहा गया है कि कालेजों के सभी अधिकारी/कर्मचारी/अतिथि विद्वान/आउटसोर्स एवं अन्य सभी की एक सूची बनाएं।
सूची के अनुसार अधिकारी व कर्मचारी के लिए लागिन उनका ट्रेजरी एम्प्लाय कोड ही होना चाहिए। वहीं अतिथि विद्वानों के लिए लागिन आइडी उनका मोबाइल नंबर ही होना चाहिए।
प्रदेश के सभी अतिरिक्त संचालकों को इस कार्य को पूर्ण करने के लिए 28 फरवरी तक का समय दिया गया है। एक मार्च से सभी की उपस्थिति सार्थक एप के माध्यम से की जाएगी।