Railway News: रेलवे पहली बार मप्र में बरखेड़ा-बुधनी के बीच बनवा रहा दो ट्रैक वाली आस्ट्रियन सुरंगें, तेज गति से गुजर सकेंगी रेलगाड़ियां
तीसरी रेल लाइन बिछाने के लिए पहाड़ों के नीचे बनाई जा रही पांच सुरंगें। इनमें से दो सुरंगों में डबल ट्रैक होंगे।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Fri, 10 Sep 2021 10:33:51 AM (IST)
Updated Date: Fri, 10 Sep 2021 10:33:51 AM (IST)

Railway News: भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। रेलवे विभाग मप्र में बरखेड़ा से बुधनी के बीच आधुनिक तकनीकी से आस्ट्रियन सुरंगों का निर्माण करा रहा है। कुल पांच सुरंगें बनाई जा रही हैं। इनमें से दो सुरंगें ऐसी हैं, जिनमें दो ट्रैक डाले जा रहे हैं। यानी ऐसी सुरंग से दो ट्रेनें एक साथ गुजर सकेंगी। दो ट्रैक वाली सुरंगें अभी तक मध्य प्रदेश के किसी भी रेलमार्ग पर नहीं है। बरखेड़ा-बुधनी रेलखंड दिल्ली-चेन्नई रेल मार्ग पर भोपाल से इटारसी के बीच है।
रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) इन सुरंगों का निर्माण घोड़े की नाल के आकार में करवा रहा है, जो एक अर्ध गोले की तरह है। इस सुरंग का निर्माण करने के लिए जो पद्धति उपयोग में लाई जाती है, वह नई ऑस्ट्रियन सुरंग निर्माण पद्धति कहलाती है। इसमें कांक्रीट, ऐंकर्स तथा अन्य सपोर्ट के माध्यम से सुरंग की परिधि को स्थिर किया जाता है।
कुछ ऐसी होंगी रेलवे सुरंगें
पहली सुरंग- 1080.00 मीटर लंबी है। इनवर्ट सफाई और पीसीसी कार्य प्रगति पर है। 315 एमएम ब्यास मध्य नाली की खुदाई और संस्थापन का काम चल रहा है। नो फाइन कांक्रीट के साथ 160 एमएम व्यास छिद्रित साइड नाली बनाई जा रही है। वाटरप्रूफिंग की जा रही है। सतह पर आरसीसी का काम चल रहा है।
दूसरी सुरंग - 200 मीटर लंबी और सिंगल ट्रैक वाली सुरंग है। पोर्टल विकास, एपोक्सी ग्राउटिंग का काम चल रहा है।
तीसरी सुरंग- यह भी 200 मीटर लंबी सिंगल ट्रैक वाली सुरंग है। पोर्टल-1 और पोर्टल-2 से लगभग 51 मीटर की भूमिगत खुदाई पूरी हो चुकी है। वर्तमान में पोर्टल-2 की तरफ से बेंचिंग खुदाई का काम किया जा रहा है।
चौथी सुरंग- यह डबल ट्रैक वाली सुरंग होगी। इसकी लंबाई 140 मीटर है। इटारसी की तरफ से पोर्टल विकास कार्य प्रगति पर है। सुरंग की खुदाई भोपाल की तरफ से शुरु हुई। 12 मीटर की खुदाई पूरी हो चुकी है।
पांचवी सुरंग- इसकी लंबाई 530 मीटर है। सुरंग का निर्माण 500 मीटर की गोलाई में हुआ था। टनल 5 की कुल लंबाई 530 मीटर और चौड़ाई 14.4 मीटर है, जो असाधारण है क्योंकि यह एक डबल ट्रैक सुरंग है। सिंगल ट्रैक सुरंग का निर्माण भारतीय रेल में प्रचलित रहा है। चूंकि टनल-5 वन्यप्राणी अभयारण्य में पड़ती है, इसलिए बहुत सख्त प्रक्रियाओं के तहत बनाई जा रही है। इसमें सूर्योदय से सूर्यास्त तक एक ही पाली में सुरंग का निर्माण कार्य किया जा रहा है। सुरंग के निर्माण प्रक्रिया के तहत दोनों तरफ से मई 2020 में निर्माण आरंभ हुआ और फरवरी 2021 में पूरा हो चुका है। दोनों तरफ से सुरंग की खुदाई शून्य त्रृटि के साथ बिल्कुल सटीक तरीके से किया है। अभी कांक्रीट के साथ 160 एमएम व्यास छिद्रित साइड नाली का काम चल रहा है।