भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। भोपाल रेल मंडल के 30,000 से अधिक रेलकर्मी और पेंशनर्स इस माह के अंत तक रेल यात्रा के लिए ऑफलाइन पास बनवा सकेंगे। ये निर्देश रेल मंत्रालय ने अलग से जारी कर दिए हैं। लॉकडाउन के दौरान रेल मंत्रालय ने देशभर के रेलकर्मियों और पेंशनरों के लिए ऑनलाइन ई-रेल पास जारी करने की व्यवस्था की थी। इस व्यवस्था के तहत ही रेलकर्मी और पेंशनरों के पास जारी हो रहे हैं, लेकिन कुछ रेलकर्मी और पेंशनरों को ऑनलाइन ई-पास जारी कराने में असुविधा हो रही थी। यह बात रेल मंत्रालय के संज्ञान में आई, जिसके बाद रेलवे ने ऑफलाइन पास जारी करने की व्यवस्था की है। रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि 28 फरवरी के बाद सभी रेलकर्मी और रेलवे से रिटायर होने वाले पेंशनरों को ऑनलाइन ई-पास जारी कराने होंगे। तब ही वे रेलगाडि़यों में यात्रा कर सकेंगे।
बता दें कि भोपाल रेल मंडल में 15200 रेलकर्मी कार्यरत है, जिनमें अधिकारी वर्ग भी शामिल है। मंडल में 15,000 से अधिक रेलवे से सेवानिवृत्त अधिकारी और कर्मचारी भी हैं। सभी को रेल पास पर यात्रा करने की पात्रता है। ये निर्धारित शर्तों के आधार पर रेल यात्रा का पास जारी करा सकते हैं। वहीं पश्चिम मध्य रेलवे जोन में 40,000 से अधिक रेलकर्मी हैं, जबकि देशभर में तीन लाख से अधिक रेलकर्मी है। रेलकर्मियों को सालभर में तीन यात्रा टिकट पास, चार सुविधा टिकट पास की पात्रता होती है। इनमें एक तिहाई किराया लगता है। यह पास संबंधित रेल मंडल के निर्धारित अधिकारी को जारी करने के अधिकार होते हैं, जो भारतीय रेलवे में सभी जगह मान्य किए जाते हैं।
रेलवे ने ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (एचआरएमएस) के जरिए ऑनलाइन पास बनाने के लिए एप सिस्टम तैयार किया है। इस पर भोपाल रेल मंडल के सभी रेल कर्मियों और पेंशनरों की जानकारी अपलोड कर दी गई है। इस पोर्टल को आइआरसीटीसी से भी जोड़ा गया है, ताकि आसानी से रेलकर्मियों को ई-पास जारी हो सकें।