नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल मंडल ने डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भोपाल और रानी कमलापति रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को त्वरित अनारक्षित टिकट(जनरल टिकट) की सुविधा प्रदान करते हुए डिजिटल क्यूआर कोड स्थापित किए हैं। डिजिटल इंडिया अभियान को बढ़ावा देने के लिए महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय ,मंडल रेल प्रबंधक देवाशीष त्रिपाठी के मार्गदर्शन में यह पहल यात्रियों के लिए यात्रा को और भी सुविधाजनक और तेज बनाने के उद्देश्य से की गई है। इस परियोजना के तहत, मंडल के 78 स्टेशनों में से दो प्रमुख स्टेशनों पर क्यूआर कोड स्थापित किए गए हैं और शेष सभी स्टेशनों पर लगाए जा रहे है।
इस नई सुविधा के तहत, यात्री अब कैशलेस लेनदेन का लाभ उठा सकते हैं। क्यूआर कोड के माध्यम से भुगतान करने से नकदी रखने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है और खुले पैसों की समस्या भी नहीं रहती। प्रत्येक ट्रांजेक्शन के लिए एक अलग डिजिटल क्यूआर कोड जनरेट किया जाता है, जो प्रस्थान और गंतव्य स्टेशनों की जानकारी के साथ भुगतान की राशि भी प्रदर्शित करेगा।
इससे प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता भी रहती है क्योंकि यात्री को जानकारी डिजिटल क्यूआर कोड पर दिखाई देती है। यात्री जब इस क्यूआर कोड को स्कैन करेंगे, तो भुगतान की किराया राशि स्वचालित रूप से उनके मोबाइल में प्रदर्शित होगी, जिससे उन्हें अपने मोबाइल में किराया राशि दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे लेनदेन प्रक्रिया तेजी से पूरी होगी और यात्री कम समय में ही अपना जनरल टिकट प्राप्त कर सकेंगे।
भोपाल स्टेशन पर अनारक्षित टिकट के लिए कुल 6 काउंटर हैं और सभी को डिजिटल क्यूआर कोड से लैस किया गया है। इसी तरह, रानी कमलापति स्टेशन पर 3 अनारक्षित टिकट काउंटर हैं और सभी तीनों काउंटर पर डिजिटल क्यूआर कोड लगाए गए हैं। यह सुविधा न केवल यात्रियों के लिए भुगतान प्रक्रिया को आसान बनाएगी बल्कि रेलवे कर्मचारियों के काम को भी सरल बनाएगी।
पश्चिम मध्य रेलवे में अब तक 254 रेलवे काउंटरों पर डिजीटल भुगतान के लिए क्यूआर कोड मशीन को इंस्टाल किया गया है। जिसमें जबलपुर मण्डल के 130 रेलवे काउंटरों, भोपाल मण्डल के 09 रेलवे काउंटरों एवं कोटा मण्डलों के 115 रेलवे काउंटरों पर डिजीटल क्यूआर कोड मशीन सिस्टम स्थापित किया गया है।
इनका कहना है
यात्रियों को डिजिटल भुगतान की आसान सुविधा प्रदान करने के साथ कैशलेस लेन देन में मदद मिलेगी। जल्द ही भोपाल रेल मंडल कैशलेस हो जाएगा। यह कदम डिजिटल इंडिया के उद्देश्य को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
सौरभ कटारिया सीनियर डीसीएम भोपाल रेल मंडल