नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डाॅक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए अब सरकार ने सख्ती शुरू कर दी है। राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश के अस्पतालों में सार्थक एप के जरिए ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करना अब अनिवार्य कर दिया गया है।
हाल ही में बैरासिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एक शिशु रोग विशेषज्ञ ड्यूटी के समय निजी अस्पताल में कार्य करते पाए गए थे। इसके बाद सीएमएचओ भोपाल मनीष शर्मा ने उन्हें नोटिस जारी किया और अब व्यापक स्तर पर कार्रवाई की तैयारी है।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष राजधानी में सार्थक एप पर अटेंडेंस सिस्टम लागू किया गया था और शिकायतें आने पर इसे प्रदेशभर में मॉडल के तौर पर अपनाया गया। लेकिन अभी भी कई डाॅक्टर और कर्मचारी इसका पालन नहीं कर रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि निरीक्षण के दौरान समय पर अस्पताल में मौजूद न रहना, अव्यवस्था और लापरवाही के कई मामले सामने आए, जिससे यह व्यवस्था ज़रूरी हो गई। हालांकि, कर्मचारी संगठनों ने इस निर्णय का विरोध किया है। इस ऐप के लागू होने के बाद धरना देकर उन्होंने कहा था कि यह व्यवस्था सिर्फ डाक्टरों पर लागू होनी चाहिए, क्योंकि फील्ड ड्यूटी या तकनीकी कारणों से कर्मचारी लागिन नहीं कर पाते।
ऑनलाइन उपस्थिति अब सख्ती से लागू होगी। सभी अस्पतालों से रिकार्ड मांगा गया है। जिन कर्मचारियों की अटेंडेंस दर्ज नहीं है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
– मनीष शर्मा, सीएमएचओ, भोपाल