नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। दीपावली पर घर जाने की तैयारी करने वाले यात्रियों को इस बार भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। त्योहार में अभी कुछ समय शेष है, लेकिन भोपाल से उत्तर प्रदेश और बिहार की ओर जाने वाली लगभग सभी प्रमुख ट्रेनों में रिजर्वेशन की स्थिति लगभग फुल हो चुकी है। विशेषकर 15 से 18 अक्टूबर के बीच की तारीखों में तो भोपाल से गोरखपुर और पटना जाने वाली ट्रेनों में लगातार रिग्रेट की स्थिति बनी हुई है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, हर साल की तरह इस बार भी दीपावली पर अपने घर लौटने वाली भीड़ पहले से अधिक है, जिसके चलते टिकटों की मांग तेजी से बढ़ी है। यही वजह है कि यात्रियों को अभी से कन्फर्म टिकट नहीं मिल पा रहे हैं। कई यात्री मजबूरी में निजी बसों, टैक्सियों और अन्य साधनों से सफर करने की तैयारी में हैं। वहीं, रेलवे ने अतिरिक्त ट्रेनों की घोषणा की तो है, लेकिन यात्रियों की चिंता बढ़ी हुई है।
ट्रेन नाम - स्लीपर श्रेणी - थर्ड एसी
20805 एपी एक्सप्रेस - 10 वेटिंग - 5 वेटिंग
12625 केरला एक्सप्रेस - रिग्रेट - 2 सीट
12627 कर्नाटका एक्सप्रेस - रिग्रेट - रिग्रेट
12155 भोपाल एक्सप्रेस - 2 वेटिंग - 11 वेटिंग
12409 गोंडवाना एक्सप्रेस - रिग्रेट - 5 वेटिंग
12723 तेलंगाना एक्सप्रेस- रिग्रेट - 8 वेटिंग
12715 सचखंड सुपरफास्ट एक्सप्रेस - रिग्रेट - 8 वेटिंग
12615 ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस - रिग्रेट - 8 वेटिंग
12919 मालवा एक्सप्रेस - 17 वेटिंग - 5 वेटिंग
12807 समता एक्सप्रेस - रिग्रेट - 10 वेटिंग
12137 पंजाब मेल - 24 वेटिंग - 9 वेटिंग
11077 झेलम एक्सप्रेस - 10 वेटिंग - 9 वेटिंग
18237 छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस - रिग्रेट - 5 वेटिंग।
ट्रेन नाम - स्लीपर - थर्ड एसी
15066 पनवेल-गोरखपुर एक्सप्रेस - रिग्रेट - 30 वेटिंग
22538 कुशीनगर एक्सप्रेस - रिग्रेट - रिग्रेट
20103 एलटीटी-आजमगढ़ सुपरफास्ट एक्सप्रेस - रिग्रेट - रिग्रेट
12512 राप्तीसागर एक्सप्रेस - कैंसल -
19489 अहमदाबाद-गोरखपुर एक्सप्रेस - रिग्रेट - रिग्रेट
ट्रेन नाम - स्लीपर - थर्ड एसी
19483 अहमदाबाद-बरौनी एक्सप्रेस - रिग्रेट - रिग्रेट
19313 इंदौर-पटना एक्सप्रेस - रिग्रेट - रिग्रेट
19435 अहमदाबाद-आसनसोल साप्ताहिक एक्सप्रेस - रिग्रेट - रिग्रेट
01665 रानी कमलापति-अगरतला स्पेशल - रिग्रेट - 134 वेटिंग
दीपावली के दौरान कन्फर्म टिकट मिलना लगभग नामुमकिन हो जाता है। विशेष रूप से उत्तर प्रदेश और बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनों में सीटें पूरी तरह भर चुकी हैं। ऐसे में यात्रियों को मजबूरी में निजी बसों और टैक्सियों का सहारा लेना पड़ेगा। निरंजन वाधवानी, सदस्य, सलाहकार समिति, पश्चिम मध्य रेलवे।