नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। दीपावली पर घर जाने की चाहत रखने वाले यात्रियों को इस बार भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। त्योहार में अभी दो महीने का समय बाकी है, लेकिन भोपाल से उत्तर प्रदेश और बिहार की ओर जाने वाली ज्यादातर प्रमुख ट्रेनों में रिजर्वेशन की स्थिति लगभग फुल हो चुकी है। खासतौर पर 15 से 18 अक्टूबर के बीच की तारीखों में तो भोपाल से गोरखपुर और पटना जाने वाली ट्रेनों में लगातार रिग्रेट की स्थिति बनी हुई है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, त्योहार के समय घर लौटने वाली भारी भीड़ के कारण टिकट की मांग दिनों दिन बढ़ रही है। यही वजह है कि यात्री अभी से कन्फर्म टिकट पाने के लिए परेशान हैं। कई लोग मजबूरी में निजी बसों, टैक्सी और अन्य साधनों का सहारा लेने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं, रेलवे ने अभी तक अतिरिक्त ट्रेनों की घोषणा नहीं की है, जिससे यात्रियों की चिंता और बढ़ गई है।
15024 यशवंतपुर-गोरखपुर एक्सप्रेस - रिग्रेट
15066 पनवेल-गोरखपुर एक्सप्रेस - रिग्रेट
07075 हैदराबाद-गोरखपुर स्पेशल - रिग्रेट
22538 कुशीनगर एक्सप्रेस - रिग्रेट
20103 एलटीटी-आजमगढ़ सुपरफास्ट एक्सप्रेस - रिग्रेट
19489 अहमदाबाद-गोरखपुर एक्सप्रेस - रिग्रेट
12522 राप्तीसागर एक्सप्रेस - रिग्रेट
19483 अहमदाबाद-बरौनी एक्सप्रेस - रिग्रेट
19313 इंदौर-पटना एक्सप्रेस - रिग्रेट
19435 अहमदाबाद-आसनसोल साप्ताहिक एक्सप्रेस - रिग्रेट
01665 रानी कमलापति-अगरतला स्पेशल - रिग्रेट
बरखेड़ी के रहने वाले अभिनव त्रिपाठी का कहना है कि दीपावली पर लखनऊ घर जाने की योजना है, लेकिन अभी से ट्रेन में टिकट नहीं मिल रही है। रेलवे अगर स्पेशल ट्रेनें नहीं चलाएगा तो हमें मजबूरी में महंगे दामों पर बस पकड़नी पड़ेगी।
करोंद के धर्मेंद्र पांडे ने कहा कि पूरा परिवार गांव जाने की तैयारी में है, लेकिन ट्रेन में टिकट की कोई उम्मीद नहीं है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों के साथ बस से सफर करना मुश्किल होता है, ऐसे में त्यौहार के दौरान रेलवे को स्पेशल ट्रेनें चलानी चाहिए।
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पश्चिम मध्य रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य निरंजन वाधवानी ने कहा कि दीपावली के दौरान कन्फर्म टिकट मिलना लगभग नामुमकिन हो जाता है। दो महीने पहले से ही यूपी-बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनों में सीट नहीं मिल रही है। रेलवे को त्यौहार की समय अतिरिक्त ट्रेनें चलानी चाहिए। वरना लोग मजबूरी में निजी बसों और टैक्सियों का सहारा लेंगे, जहां दीपावली पर सामान्य दिनों से कई गुना अधिक किराया वसूला जाता है। इससे यात्रियों की जेब पर भारी बोझ पड़ेगा।