नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। मध्य प्रदेश के एकमात्र तकनीकी विश्वविद्यालय राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में पिछले दिनों सामने आए वित्तीय घोटाले और नैक की ग्रेडिंग नहीं होने का प्रभाव प्लेसमेंट पर दिखने लगा है।
इस साल एक भी बहुराष्ट्रीय कंपनी विश्वविद्यालय परिसर में प्लेसमेंट के लिए नहीं पहुंची। जो कंपनियां पहुंचीं भी, उन्होंने पैकेज के मामले में विद्यार्थियों को निराश किया है। इस साल यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाजी (यूआईटी) बीटेक अंतिम वर्ष में करीब 650 विद्यार्थी हैं।
इनमें से सिर्फ 193 विद्यार्थियों का ही प्लेसमेंट हुआ है। इसमें भी अधिकतम पैकेज 12 लाख रुपये ही मिल पाया। वहीं पिछले साल 201 विद्यार्थियों का प्लेसमेंट हुआ था और अधिकतम 54 लाख रुपये का पैकेज मिला था।
साल 2023 में 201 विद्यार्थियों का प्लेसमेंट हुआ था। इसमें से 70 विद्यार्थियों को कंपनियों ने अभी तक ज्वाइनिंग ही नहीं दी। 2022 से पहले यहां 70 प्रतिशत विद्यार्थियों का प्लेसमेंट होता था। उस साल 532 विद्यार्थियों का प्लेसमेंट हुआ था। इसमें सबसे ज्यादा 44 लाख रुपये का पैकेज मिला था।
इस वर्ष विवि में हर ब्रांच में कटआफ नीचे गया है। ज्वाइंट इंजीनियरिंग एंट्रेस(जेईई) में 13 लाख से ऊपर रैंक वाले विद्यार्थी को भी विवि में प्रवेश मिला है। वहीं जेईई नहीं देने वाले विद्यार्थियों की भी 12वीं के आधार पर प्रवेश दिया गया।
सबसे ज्यादा विद्यार्थी कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (सीएसई) ब्रांच में प्रवेश लेते हैं। इसके कटआफ रैंक में भी गिरावट आई है। पिछले साल 95 हजार 703 रैंक वाले को भी प्रवेश मिला है। वहीं इस साल एक लाख 26 हजार 201 रैंक वाले को प्रवेश दिया गया है। इसी तरह मैकेनिकल, सिविल, आइटी सभी में कटआफ नीचे गया है।
ऐसा नहीं है कि इस वर्ष प्लेसमेंट कम हुआ है। पैकेज जरूर कम के मिले हैं, लेकिन अभी कई कंपनियों के आने की संभावना है। पिछले साल 54 लाख रुपये का पैकेज एक विद्यार्थी को मिला था। - शिखा अग्रवाल, प्लेसमेंट अधिकारी, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल