भोपाल, रुचि दीक्षित। कोलार सनखेड़ी मुख्य सड़क से महज 150 मीटर की दूरी पर स्थित कॉलोनी। पूरी तरह से सुनसान। इसी कॉलोनी के एक मकान से लगातार बच्ची के रोने की आवाज आ रही है। यह वही मकान है, जहां रहने वाली महज 3 साल की बच्ची को उसी के स्कूल के संचालक ने अपनी ज्यादती का शिकार बनाया है। मासूम का रो-रोकर बुराहाल है तो उसकी मां बेटी को छोड़कर बाहर आने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही।
घटना सामने आने के बाद 'नवदुनिया' की टीम सोमवार शाम को इस कॉलोनी में पहुंची। मकान से बच्ची के रोने की आवाज बंद नहीं हुई। मां अपनी तरफ से भरपूर प्रयास कर रही थी कि वह किसी तरह से चुप हो जाए। देर तक दरवाजा खटखटाने और आवाज देने के बाद भी कोई व्यक्ति घर से बाहर नहीं आया। सुनसान कॉलोनी में बच्ची के रोने की आवाज सुनकर मासूम की तकलीफ का सहज अंदाजा लगाया जा सकता था। करीब 25 मिनट दरवाजा खटखटाने के बाद एक शख्स बाहर आया।
उसका कहना था कि वह पारिवारिक मित्र है। मामले की ज्यादा जानकारी नही है। 'नवदुनिया' ने आसपास के कुछ लोगों से बात की। लोगों ने बताया कि रविवार रात 11 बजे से ही बच्ची के घर पुलिस का आना- जाना चल रहा है। परिवार का कोई भी सदस्य बाहर नहीं निकल रहा है।
करीब आधा घंटे के क्रम में एक आवाज जो लगातार सुनाई दी, वो थी उस मासूम बच्ची के रोने की आवाज। यहां हम आपको बता दें कि बच्ची की मां अपने पति से अलग रहती है। वह अपने भाई और बहन के साथ रहकर अपनी बच्ची को पढ़ा रही है।
झूठा आरोप लगा रही है छात्रा के परिजन
इधर ज्यादती के आरोपी किड्जी स्कूल के संचालक अनुतोश प्रताप सिंह की पत्नी और स्कूल की प्रिंसिपल हिमानी सिंह ने नवदुनिया को बताया कि बच्ची की मां के आरोप झूठे आरोप हैं। बच्ची के मामा ने जो आरोप लगाया है कि बच्ची से अश्लील हरकत होती थी। इसका पुलिस पता लगा चुकी है। सीसीटीवी फुटेज स्कूल के सभी कमरों में लगे हैं। जिसमें किसी प्रकार की कोई ऐसी घटना होना पुलिस जांच में नहीं पाया गया है।
स्कूल ने निकलवा लिए फुटेज
आमतौर पर घटना के वक्त मौजूद सीसीटीवी पुलिस सबसे पहले सील करती है, ताकि कोई छेड़खानी न हो सके। इसके बाद उसके फुटेज अपने सामने निकलवाती है। इस मामले में उलटा हुआ, सोमवार को स्कूल की प्रिंसिपल हिमानी सिंह ने स्कूल के सीसीटीवी के फुटेज निकलवाए और पुलिस को दिए। बाद में यह बताया गया कि फुटेज में इस तरह को कोई घटना सामने नहीं आई। फुटेज से छेड़छाड़ की गई या नहीं अब यह भी मामले में जांच का विषय है।
टीआई दे रहे थे पल-पल की खबर
कोलार थाने के प्रभारी टीआई गौरव बुंदेला सोमवार को भले ही दिनभर मीडिया के कॉल रिसीव नहीं कर रहे थे, लेकिन स्कूल की प्रिंसिपल हिमानी सिंह को पल पल की खबर दे रहे थे। दोपहर 1.30 बजे के करीब जब नवदुनिया संवाददाता हिमानी से घटना की जानकारी ले रहा था तब भी टीआई बुंदेला का कॉल हिमानी सिंह के मोबाइल पर आया था। कॉल रिसीव करने के बाद उन्होंने कोई जानकारी देने से मना कर दिया।
दोस्ताना संबंध हैं तो कैसे होगी जांच निष्पक्ष
बताया जाता है अनुतोश प्रताप सिंह और कोलार टीआई गौरव बुंदेला के परिवारिक संबंध हैं। दोनों परिवारों को एक दूसरे के घर और समारोहों में आना जाना है। इसकी पुष्टि अनुतोश के फेसबुक अकाउंट में लोड फोटो से भी होती है, जो कि एक जन्मदिन पार्टी के अवसर का है।
आरोपी साइको होते हैं
ऐसे लोग साइको सेक्सुअल डिसआर्डर बीमारी से पीड़ित होते हैं। इनकी आसानी पहचान भी नहीं हो पाती। इस बीमारी से पीड़ित लोगों को छोटे बच्चों से दुष्कृत्य करना या घृणित नहीं लगता। - डॉ. आरके वैरागी, मनो चिकित्सक