School Reopen in MP: भोपाल। नवदुनिया स्टेट ब्यूरो। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड अनुकूल व्यवहार का सख्ती से पालन सुनिश्चित करते हुए आगामी 26 जुलाई से 11वीं एवं 12वीं की कक्षाएं प्रारंभ की जाएंगी। कक्षा 9वीं एवं 10वीं की कक्षाएं 05 अगस्त से प्रारंभ की जाएंगी। सभी स्कूल 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ प्रारंभ होंगे। जुलाई महीने में सप्ताह में दो तथा अगस्त माह में विद्यार्थी सप्ताह में चार दिन विद्यालय आ सकेंगे। कक्षाएं शुरू करने के संबंध में आपदा प्रबंधन समितियां स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार निर्णय ले सकेंगी। स्कूलों एवं महाविद्यालयों में कक्षाओं में विद्यार्थियों को भिजवाने के लिए उनके पालकों की सहमति आवश्यक होगी।
मुख्यमंत्री सोमवार को मंत्रालय में स्कूल शिक्षा एवं उच्च शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के महाविद्यालयों में एक सितंबर से नवीन शिक्षा सत्र प्रारंभ होगा। वर्तमान में ओपन बुक पद्धति से परीक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप महाविद्यालयों में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि स्कूलों एवं महाविद्यालयों के सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों का अभियान चलाकर शत-प्रतिशत टीकाकरण कराया जाए। इसी के साथ अधिक से अधिक विद्यार्थियों का टीकाकरण भी हो।
एक कुर्सी छोड़कर होगी बैठक व्यवस्था
कोरोना नियंत्रण के संबंध में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि अगस्त माह के पहले सप्ताह से 50 प्रतिशत क्षमता के साथ दो-दो दिन कक्षाएं लगाई जाएं। कक्षा के 50 प्रतिशत विद्यार्थी दो दिन आएं, शेष 50 प्रतिशत अगले दो दिन आएं। इस प्रकार एक सप्ताह में चार दिन स्कूल लगेंगे। कक्षा में एक कुर्सी छोड़कर बैठना, मास्क लगाना, सैनिटाइजर का उपयोग और कोरोना अनुकूल व्यवहार का शत-प्रतिशत पालन आवश्यक होगा। कोरोना की स्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि रेस्टोरेंट अब रात 11 बजे तक खोले जा सकेंगे।
उन्होंने सभी प्रभारी मंत्रियों को निर्देश दिए कि भीड़ भरे आयोजन नहीं किए जाएं। कहा कि कोविड अनुकूल व्यवहार के पालन में बुरहानपुर में आयोजित कार्यक्रम प्रशंसनीय है। प्रदेश की सभी औद्योगिक इकाइयां अपने यहां कार्यरत कर्मचारियों, मजदूरों का शत-प्रतिशत टीकाकरण निजी अस्पतालों में सुनिश्चित कराएं। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए प्रदेश में जारी तैयारियों पर केंद्रित इस बैठक में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति, टीकाकरण अभियान, अस्पतालों में संसाधनों को लेकर जारी तैयारी, ऑक्सीजन आपूर्ति आदि पर प्रस्तुतीकरण भी दिया गया।
केरल और महाराष्ट्र पर रखें नजर
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिक संक्रमण वाले देशों के साथ-साथ केरल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों पर नजर रखी जाए। प्रदेश में संभाग व सुदूरवर्ती जिलों में कोरोना जांच के लिए लैब विकसित की जाएं। अस्पतालों में सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के साथ 30 सितंबर तक सभी ऑक्सीजन प्लांट आरंभ किए जाएं। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में कोरोना के प्रकरण मात्र 12 और सक्रिय केस 202 हैं। राष्ट्रीय स्तर पर मध्य प्रदेश 32वें नंबर पर है। प्रदेश का रिकवरी रेट 98.6 प्रतिशत है, जबकि राष्ट्रीय दर 97.3 प्रतिशत है। बैठक में जानकारी दी गई कि सितंबर-अक्टूबर में तीसरी लहर की आशंका है।
इसके लिए ऑक्सीजन बेड की क्षमता बढ़ाई जा रही है। यह भी जानकारी दी गई कि प्रदेश में 18 से 44 वर्ष आयु समूह के एक करोड़ 14 लाख 74 हजार 334 व्यक्तियों का टीकाकरण हो चुका है। बैठक में बताया गया कि ऑक्सीजन के लिए 186 पीएसए प्लांट्स स्थापित किए जा रहे हैं। इनमें से 34 ने कार्य करना आरंभ कर दिया है। शेष 152 प्लांट 30 सितंबर तक आरंभ हो जाएंगे। इससे 229 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की क्षमता प्राप्त होगी। प्रदेश में मई 2021 में एक हजार 20 स्टाफ नर्स को नियुक्ति दी गई। 148 रेडियोग्राफर, 248 लैब टेक्निशियन को भी नियुक्त किया गया। बैठक में सभी जिलों के प्रभारी मंत्री तथा प्रभारी अधिकारियों ने ऑनलाइन सहभागिता की।