भोपाल : 200 साल का इतिहास समेटे महल का एक हिस्सा किया धराशाही
नवाबी दौर का इतिहास समेटी शहर की बेशकीमती एतिहासिक धरोहर जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण बदहाल हो रही हैं।
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Publish Date: Thu, 19 Jul 2018 04:02:49 AM (IST)
Updated Date: Thu, 19 Jul 2018 12:32:21 PM (IST)

भोपाल। नवाबी दौर का इतिहास समेटी शहर की बेशकीमती एतिहासिक धरोहर जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण बदहाल हो रही हैं। देखरेख के अभाव में जर्जर होते जा रहे 200 साल पुराने शौकत महल के एक हिस्से को बुधवार को निगम ने गिरा दिया। हैरत की बात तो यह है कि इसी महल के चंद कदम आगे सदर मंजिल इमारत को स्मार्ट सिटी के हैरिटेज प्रोजेक्ट के तहत करोड़ों की लागत से सवारा जा रहा है।
हैरिटेज साइट्स के संरक्षण के लिए शासन-प्रशासन ने सालों पहले विभागों को जिम्मेदारी दी, योजना बनाई और भारी भरकम राशि का भी प्रावधान किया। इसके बावजूद भी शौकत महल की बदहाली दूर नहीं हो सकी। समय के साथ महल का रंग उड़ता चला गया और निगम के कागजों में इससे जर्जर करार दे दिया गया। तेज बारिश में हादसे की आशंका के चलते सोमवार-मंगलवार की दरमयानी रात इसके एक हिस्से को गिराया। बुधवार को इसके दूसरे जर्जर हिस्से को भी जेसीबी मशीन की मदद से धराशाही कर दिया गया। बता दें कि महल का एक जर्जर हिस्सा बीते साल और वर्ष 2015 में भी गिराया गया था।
यह है शौकत महल का इतिहास
शौकत महल की खासियत यह है कि फ्रेंच और इंडियन स्टाइल में 200 साल पहले इसे बनवाया गया था। भोपाल की पहली महिला नवाब गौहर बेगम कुदेशिया ने अपनी बेटी सिकंदर बेगम को दहेज में देने के लिए इसे बनवाया था। इसकी महत्वता इतिहास में इसलिए भी ज्यादा हैं क्योंकि यह शहर की पहली ऐसी इमारत है जो महिला नवाबों ने बनवाया था। नवाबों के लिए यह एशगाह के रूप में जानी जाती थी। इतिहासकार बताते हैं कि यह महल दीवान-दरवान और मुगल संस्कृति के लिए उस समय देश भर में अपनी अलग पहचान रखता था।