
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। गौहरगंज में छह साल की मासूम से दुष्कर्म के आरोपित जिस सलमान खान उर्फ नजर को पुलिस की 20 टीमें छह जिलों की सरहदों में तलाश रही थीं, वह दुष्कर्मी राजधानी भोपाल की सड़कों पर बेखौफ घूमता रहा और पुलिस को भनक तक नहीं लगी। आरोपित रायसेन के जंगलों से गुजरता हुआ भोपाल तक पहुंचा। वह हाईवे किनारे से पैदल जाकर शहर की सीमा में घुसा और दूसरे छोर तक जा पहुंचा। आरोपित भोपाल के फुटपाथों पर सोया और सड़क किनारे ठेलों पर खाना खाया।
इतना ही नहीं वह पुलिस थानों और एसपी ऑफिस के सामने से भी निकल गया, लेकिन राजधानी पुलिस को दिखाई ही नहीं दिया। इसे रायसेन पुलिस की खुशनसीबी ही समझा जाए कि गांधीनगर के सेक्टर-11 में जहां आरोपित सलमान अपने लिए किराये का कमरा ढूंढ रहा था, वहां कुछ युवकों ने शक के आधार पर उसे पकड़ा और पुलिस को सूचना दी।
फुटपाथ पर छह रातें बिताने के बाद सलमान खान अपने लिए किराये का कमरा ढूंढ रहा था। इसी तलाश में वह गुरुवार रात को गांधीनगर के सेक्टर 11 में पहुंचा। वहां किराये के कमरे की तलाश में काफी देर तक घूमा। उसने लोगों को अपना नाम नजर और खुद को सीहोर के श्यामनगर का निवासी होना बताया। वहीं जिन भी मकानों में वह कमरा की तलाशी के लिए गया तो लोगों ने उसका आधार कार्ड मांगा। तब वह दस्तावेज नहीं दिखा पाया। रील में आरोपित का चेहरा देखने वाले युवक ने पहचाना इसी बात को लेकर स्थानीय लोगों का संदेह बढ़ा।
वहां मौजूद आसिफ नामक युवक ने उसका चेहरा देखा तो उसे अचानक गौहरगंज दुष्कर्म मामले में आरोपित का चेहरा याद आया। उसने मोबाइल फोन में दोबारा रील देखी, हालांकि रील में दिख रहा चेहरा वास्तविकता से कुछ अलग दिखा। उसने कॉलोनी में रहने वाले रिजवान नामक युवक को यह बात बताई तो उसने तुरंत मौके पर पहुंचकर सलमान को पकड़ा। उसे बातों में बहलाकर चाय की दुकान पर ले गया ताकि वह कहीं भागे नहीं। इस बीच रिजवान ने खजूरीसड़क थाने में पदस्थ पुलिसकर्मी राहुल गुरू को फोन कर सूचना दी। राहुल भी चंद मिनटों में चाय की दुकान पर पहुंचे। उन्होंने रायसेन पुलिस को सूचना दी थी, जिसके करीब आधे घंटे बाद पुलिस ने उसे पकड़ा।
आसिफ और रिजवान ने कहा कि यदि हमें सूचक बनाया जाता है तो मिलने वाली 30 हजार की राशि को वे पीड़ित बच्ची को ही सौंप देंगे। राजधानी में बीते सप्ताह गुंडगर्दी और तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त सतर्क रहने की हिदायत दी गई थी। साथ ही गौहरगंज दुष्कर्म कांड के बाद भोपाल पुलिस को भी उसकी तलाश में अलर्ट रखा गया था। लेकिन पुलिस की सक्रियता इस बात से ही समझी जा सकती है कि आरोपित गांधीनगर थाने और एसपी आफिस से गुजर गया और 500 मीटर के भीतर किराये के कमरे की तलाश करता रहा।