
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। निर्माण कार्यों के गुणवत्ता में सुधार के लिए लोक निर्माण विभाग ने हरदा, जबलपुर, श्योपुर, खरगोन, सिंगरौली, नीमच एवं सागर जिलों में सड़क, पुल-पुलिया, भवन से जुड़े 35 कामों का निरीक्षण कराया। इसमें श्योपुर जिले में दादूनी से चिमलका मार्ग का काम संतोषजनक नहीं पाए जाने पर कार्यपालन यंत्री, अनुविभागीय अधिकारी एवं उपयंत्री की दो वेतनवृद्धि रोकने का निर्णय लिया गया। वहीं, इसी जिले के पिपरवास से वामनवास तक मार्ग का काम भी ठीक नहीं पाए जाने पर कार्यपालन यंत्री, अनुविभागीय अधिकारी एवं उपयंत्री को नोटिस जारी करने, परफॉर्मेंस गारंटी जब्त करने के साथ उन्हीं के खर्च पर सुधार कराने के लिए कहा गया है।
इसके अतिरिक्त 23 अन्य कार्यों में आंशिक सुधार के निर्देश दिए गए। विभाग ने चार नवंबर को मुख्य अभियंताओं के सात दल बनाकर 35 कामों का निरीक्षण कराया था। निरीक्षण प्रतिवेदन पर समीक्षा बैठक मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम के प्रबंध संचालक भरत यादव की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई। इसमें अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि निरीक्षण प्रतिवेदन की अनुशंसाओं का पालन सुनिश्चित किया जाए।
सीएम हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायतों का निराकरण इस प्रकार किया जाए कि शिकायतकर्ता पूरी तरह से संतुष्ट हो। भास्कराचार्य संस्थान के समन्वय से लोक निर्माण विभाग के लिए कराए जा रहे कामों की समीक्षा बैठक आगामी सप्ताह में आयोजित की जाएगी।
सड़क मरम्मत के साथ यातायात सुरक्षा, जंगल सफाई, रोड मार्किंग, पेंटिंग तथा ब्लैकस्पाट के सुधार के काम समय पर पूरे किए जाएं। लोकपथ एप में प्राप्त शिकायतों का निराकरण चार दिन में किया जाए। औचक निरीक्षण में लोक कल्याण सरोवर का भी निरीक्षण करें।