नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। प्रदेश में साइबर अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। साइबर अपराधियों के साफ्ट टारगेट युवा और वृद्ध हैं। प्रदेश में एक मई 2021 से 13 जुलाई 2025 तक बैंकिंग फ्रॉड, सोशल मीडिया, फेक लिंक वेबसाइट, ई-कॉमर्स, ऑनलाइन गेमिंग आदि तरीके से धोखाधड़ी में 1054 करोड़ रुपये की ठगी हुई है। इसमें मात्र 105.21 करोड़ रुपये पुलिस ने होल्ड कराए हैं। यानी सत्यापन के बाद यह राशि पीड़ितों को मिल जाएगी।
हालांकि, इन पांच वर्षों में एक करोड़ 94 लाख रुपये ही शिकायतकर्ताओं को वापस मिल पाए हैं। यह जानकारी मंगलवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह के प्रश्न पर लिखित उत्तर में दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2024 में प्रदेश में कुल चार लाख 49 हजार अपराध पंजीबद्ध किए गए थे, जबकि इस वर्ष जनवरी से 13 जुलाई के बीच कुल दो लाख 48 हजार अपराध दर्ज हो चुके हैं, जिनमें 579 साइबर संबंधी हैं। इनमें 166 प्रकरण निराकृत हुए, बाकी लंबित हैं। 2020 से 2024 के बीच साइबर अपराध के क्रमश: 909, 1131, 1140, 1094 और 1093 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए हैं।
सीधी विधायक रीती पाठक के प्रश्न के लिखित उत्तर में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि वर्ष 2022 से 2025 तक तीन हजार 541 प्रकरण साइबर अपराध के दर्ज किए गए हैं, जिनमें 717 का निराकरण कर दिया गया है। 1575 मामले लंबित हैं। विधानसभा में प्रस्तुत आंकड़े देखें तो युवा और वृद्धों में 2743 लोगों के साथ ठगी हुई है।
किस तरह से साइबर धोखाधड़ी वर्ष 2022 -2023 -2024 -2025
बैंकिंग 135 -128 -149 -54
सोशल मीडिया 542 -428 -396 -242
फेक लिंक, वेबसाइट 15 -12 -16 -11
ई-कॉमर्स 02 -06 -05 -02
धोखाधड़ी 181 -225 -381 -125
ऑनलाइन गेमिंग 06 - 04 - 01 -04
अन्य 140 -134 -135 -73