भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। भोपाल के निशातपुरा इलाके में रेलवे के सिग्नल निर्माण डिपो से कीमती और सुरक्षा की दृष्टि से अहम सामानों की चोरी से हड़कंप मचा हुआ है। चोरी गए सामानों में 51 नग हार्ड डिस्क है जिसमें कीमती और गोपनीय दस्तावेज, रिकार्ड होने का अनुमान है। छह हैवी ड्यूटी ड्रिल मशीन भी चुराई गई है जो कि बहुत उपयोगी होती है। यह वारदात 18 दिसंबर की सुबह सामने आई, जबकि डिपो के ताले 17 और 18 दिसंबर की दरम्यिानी रात तोड़ा गया था। अब मामले की जांच आरपीएफ के जवान कर रहे हैं लेकिन बीते तीन दिनों में कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
बता दें कि ट्रेनों में सिग्नल का बहुत महत्व होता हैं बिना सिग्नल व्यवस्था के ट्रेनें चला पाना असंभव है। इनमें जरा सी गड़बड़ी बड़े रेल हादसे की वजह बन सकती है। इन्हीं सिग्नलों से जुड़ा भोपाल रेल मंडल के पास निशातपुरा में एक डिपो है जहां से मंडल के कई रेलखंडों में सिग्नल व उनसे जुड़ी सामग्री की भरपाई होती है। यहां ड्यूटी करने वाले रेलकर्मी आरके सिन्हा, दिनेश पुरोहित, रेहमत बैग, छन्नु चीटिया व एक अन्य ने चुराए गए सामानों की पुष्टि वरिष्ठ अधिकारियों के सामने की है। निशातपुरा आरपीएफ के अधिकारियों के मुताबिक रेलकर्मियों की तरफ से सूचना मिली है कि 18 दिसंबर की सुबह जब वे डिपो पहुंचे थे एक ताले की सील के साथ छेड़छाड़ पाई गई। सील निकालकर ताला खोला जाना और फिर वापस लगाया जाना पाया गया। इसकी जानकारी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। इस आधार पर निले निर्देशों के तहत डिपो से जुड़े रेलकर्मियों व सीनियर सेक्शन इंजीनियर की मौजूदगी में डिपो खोला गया। सामान की जांच की गई। जिसमें 51 नग हार्ड डिस्क और छह नग ड्रिल मशीन कम पाई जाने की लिखित सूचना देकर कार्रवाई की मांग की है। इस आधार पर कार्रवाई की जा रही है। सभी पक्षों से पूछताछ की जा रही है। अभी तक चुराया गया सामान बरामद नहीं हुआ है। कुछ लोगों पर आशंका है उन पर नजर रखी जा रही है।
आपसी खींचतान का हिस्सा हो सकती है वारदात
सूत्रों के मुताबिक उक्त चोरी आपसी खींचतान का हिस्सा भी हो सकती है। हालांकि इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है। सूत्रों ने बताया कि डिपो में काम करने वाले कुछ लोगों के बीच आपसी टसन चल रही थी। संभवत: एक—दूसरे को नीचे दिखाने के लिए घटना को अंजाम दिया हो।