नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल: बैरसिया विकासखंड की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर स्थिति संतोषजनक नहीं है। हाल ही में सिविल अस्पताल बैरसिया में आयोजित समीक्षा बैठक में सीएमएचओ डा. मनीष शर्मा ने इस पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो भी स्वास्थ्यकर्मी मुख्यालय पर निवास नहीं कर रहे हैं, उनका वेतन रोका जाएगा। उन्होंने खंड चिकित्सा अधिकारी को इस संबंध में कड़ी निगरानी और रिपोर्टिंग के निर्देश दिए। बैठक में दस्तक अभियान, परिवार कल्याण माह, टीबी मुक्त भारत और निरोगी काया जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की गई।
रिपोर्ट के अनुसार, कई लक्ष्य अब तक अधूरे हैं और जमीनी अमला इन अभियानों में अपेक्षित रुचि नहीं दिखा रहा है। खासतौर पर दस्तक अभियान में पांच साल तक के बच्चों की लाइन लिस्टिंग के अनुसार सेवाएं देने में लापरवाही सामने आई है। सीएमएचओ डा. मनीष शर्मा ने कहा कि बैरसिया में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार जरूरी है। मुख्यालय में नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करें, वरना वेतन नहीं मिलेगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों को गंभीरता से लें और लक्ष्यों को समय पर पूरा करें।
बैठक से पहले सीएमएचओ ने गुनगा पीएचसी का दौरा किया, जहां जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों से फीडबैक लिया गया। सरपंच संतोष लोधी ने वहां महिला चिकित्सक की नियुक्ति की मांग उठाई। विश्व जनसंख्या दिवस अभियान के अंतर्गत लक्ष्य दंपत्तियों से संपर्क और परिवार नियोजन के प्रयास भी धीमे हैं।
टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों का लक्ष्य भी सिर्फ कागजों तक सीमित नजर आया, जिस पर सीएमएचओ ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से समन्वित रणनीति बनाकर काम किया जाए, वरना अपेक्षित परिणाम नहीं मिलेंगे।