ललित नारायण कटारिया, भोपाल, Tokyo Olympics। टोक्यो ओलिंपिक की भारतीय हाकी टीम के तेज तर्रार खिलाड़ी विवेक सागर प्रसाद अपने खेल से देश की उम्मीद बन गए हैं। देश के लिए 62 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके विवेक को इस मुकाम तक पहुंचाने में कोच अशोक ध्यानचंद की अहम भूमिका रही है। उन्होंने विवेक की प्रतिभा को पहचाना और भोपाल आने का अवसर दिया। अशोक ध्यानचंद ने विवेक के शुरुआती करियर के बारे में बताया और टोक्यो ओलिंपिक के लिए शुभकामनाएं भी दी है। होशंगाबाद जिले की इटारसी तहसील के ग्राम शिवनगर चांदौन के रहने वाले है। मध्य प्रदेश हाकी अकादमी के मुख्य कोच अशोक ध्यानचंद ने बताया कि अकोला में एक फाइनल मुकाबला देखने गया था। उस समय टीकमगढ़ की टीम से लेफ्ट ऑफ में खेल रहा एक 13-14 साल का लड़का बड़े-बड़े खिलाड़ियों के बीच खूबसूरती से अपना कौशल दिखा रहा था। मुझे उसका खेल तो भाया ही साथ मैदान पर उसके स्टेप ने भी बहुत प्रभावित किया।
मैच खत्म होने के बाद मैं विवेक के पास गया और उसके खेल की तारीफ की। साथ ही मध्य प्रदेश अकादमी में आने का प्रस्ताव भी दे दिया। उस समय उसके चेहरे की खुशी देखते बनती थी। यह अक्टूबर का समय था, जबकि अकादमी में प्रवेश मार्च अप्रैल में होता था। कुछ सप्ताह बाद ही वह मेरे पास आ गया था। वह मेरे पास लगभग तीन माह रहा। अप्रैल में उसने अकादमी में प्रवेश किया। यहां उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
मौत के मुंह से निकला : अकादमी में रहते हुए विवेक एक बार अभ्यास करते समय चोटिल हो गया। उसके बाएं कंधे की हड्डी टूट गई थी। मैंने तत्काल उसे अस्पताल पहुंचाया। यहां उपचार के दौरान ही उसकी तकलीफ भी बढ़ती जा रही थी। डाक्टरों ने कहा दिया कि विवेक मुश्किल में हैं, लेकिन विवेक ने हिम्मत नहीं हारी और मुश्किल समय से बाहर आ गया। बाएं कंधे में गंभीर चोट लगने के बाद फिर से चोट लगने की संभावना को देखते हुए मैंने अभ्यास के दौरान उसके चोटिल हाथ को बांध दिया था, जिससे उसे चोट न लगे, इससे एक फायदा हुआ की मैदान पर पूरी क्षमता से एक ही हाथ से खेल रहा था। इस कारण अब उसका यही हाथ अब उसकी मजबूत बन गया है।
आज भी लेते हैं सलाह : अशोक ध्यानचंद ने कहा कि विवेक न केवल बेहतर खिलाड़ी है, बल्कि बहुत अच्छा शिष्य भी है। जब भी मौका मिलता है, मुझसे मिलने झांसी आ जाता थे। कहीं भी खेल रहा हो, उसे लगता है तो वह बिना झिझक मुझसे सलाह लेता है। टोक्यो जाने से पहले भी मुझसे मिला था। उम्मीद है विवेक देश के लिए पदक जीते।
यह उपलब्धि
- वर्ष 2018 में फोर नेशंस टूर्नामेंट, कामनवेल्थ गेम्स, चैम्पियन ट्राफी, यूथ ओलिंपिक, न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज, एशियन गेम्स में खेले।
- वर्ष 2019 में अजलान शाह हाकी टूर्नामेंट, आस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज और फाइनल सीरीज भुवनेश्वर में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। विवेक को यूथ ओलिंपिक में बेस्ट स्कोरर और फाइनल सीरीज भुवनेश्वर में बेस्ट जूनियर प्लेयर अवॉर्ड से भी नवाजा गया।
- एशियाड 2018 में भारत को कांस्य पदक दिलाने वाली भारतीय टीम में शामिल थे।
- वर्ष 2018 में एकलव्य अवार्ड से सम्मानित किया गया।