Tokyo Paralympics :भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि ) भारतीय पैरालिंपिक खिलाड़ी प्राची यादव और कोच मयंक ठाकुर को सहकारिता मंत्री डा.अरविंद भदौरिया ने सम्मानित किया। उन्होंने प्राची को 51 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की। भारतीय पेरा एसोसिशन के चेयरमैन व कोच मयंक ठाकुर 27 अगस्त को प्राची के साथ टोक्यो रवाना होंगे। प्राची पिछले चार माह से तैयारी भोपाल में कर रही है।
राजधानी के छोटे तालाब पर आयोजित सम्मान समारोह में सहकारिता मंत्री डा. अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा कि प्राची हमारे प्रदेश की बेटी हैं, टोक्यो में शानदार प्रदर्शन कर देश और प्रदेश का नाम रोशन करेेंगी। उन्हें इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। प्राची को यह सुनहरा मौका मिला है। उन्होंने अपनी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है। सहकारिता मंत्री ने प्राची को टोक्यो में देश के लिए पदक जीतने की शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी प्राची से बात कर उसका उत्साहवर्धन किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी प्राची का सम्मान किया है। उन्होने कहा कि कोच मयंक ठाकुर सम्मान के हकदार है, हर खिलाड़ी की सफलता में कोच की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। कार्यक्रम में भारतीय कयाकिंग एवं कैनोइंग संघ के सचिव प्रशांत कुशवाह, मप्र कयाकिंग एंव कैनोइंग संघ के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह तोमर, उपाध्यक्ष पीएस बुंदेला, एमपीसीए के कोच पीके बरोई, प्रशिक्षक विनोद मिश्रा, नाजिस मंसूरी, सोहेल खान, फिजियोथेरेपिस्ट ईश जोशी व अन्य खिलाड़ी व एसोसिएशन के पदाधिकारी मौजूद थे।
मेरी सफलता में सब का योगदान है
प्राची यादव ने कहा कि पहले मैं तैराक थी, कोच पीके डवास के कहने पर मैने वाटर स्पोटर्स को चुना। यहां पर भारतीय कयाकिंग संघ के पूर्व सचिव बीएस कुशवाह व कोच मयंक ठाकुर ने मेरी प्रतिभा को पहचाना और मुझे प्रशिक्षित किया। मैं ग्वालियर की रहने वाली हू और पिछले चार सालों से भोपाल में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हूं। कोच मयंक ठाकुर ने बहुत मेहनत की है। लॉकडाउन के दौरान भी मेरा प्रशिक्षण जारी रहा। कोच मयंक ठाकुर और भारतीय कयाकिंग एंव कैनोइंग संघ के महासचिव प्रशांत कुशवाह ने मेरा पूरा ध्यान रखा। भोपाल का सहयोगी प्रशिक्षण स्टाफ ने भी मेरी भरपूर मदद की है। अब टोक्यो में देश के लिए पदक जीतना चाहती हूं।
2 से 4 सितंबर तक होंगे इवेंट
प्राची के साथ जा रहे कोच मयंक ठाकुर ने बताया कि प्राची पैरा कैनो वी 2 महिला वर्ग की 200 मीटर इवेंट में भाग ले रही है। दो सितंबर के हिटस होगी। तीन या चार सितंबर को फाइनल मुकाबला होगा। हम 28 अगस्त को पहुंच जाएगे। यहा हमे अभ्यास का मौका मिल जाएगा। मयंक ठाकुर ने बताया कि प्राची ने बहुत मेहनत की है। लाकडाउन के कारण उसे टूर्नामेंट खेलने का मौका भले ना मिला हो ,लेकिन भोपाल में प्राची ने पिछले चार माह तक कड़ी मेहनत की है। उम्मीद है उसकी मेहनत काम आएगी। भारतीय कयाकिंग एंव कैनोइंग संघ ने बहुत मदद की है।