यूरोप की सबसे ऊंची चोटी ‘माउंट एल्ब्रुस’ पर लहराया तिरंगा
मप्र पर्यटन बोर्ड में ज्वाइंट डायरेक्टर हैं वरुण वडेरिया। उन्होंने बताया कि समुद्र तल से 5642 मीटर ऊंचे ‘माउंट एल्ब्रुस’ पर चढ़ाई काफी चुनौतीपूर्ण रही।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Sat, 02 Sep 2023 03:34:58 PM (IST)
Updated Date: Sat, 02 Sep 2023 03:34:58 PM (IST)
HighLights
- वरुण वडेरिया ने पर्वतारोहण से पहले कई स्तर पर तैयारी की थी।
- पिछले दो माह से रनिंग और योग कर रहे थे।
- उनका लक्ष्य सेवन समिट (सप्त चोटी) पर तिरंगा फहराना है।
भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड के ज्वाइंट डायरेक्टर (वित्त) वरुण वडेरिया ने यूरोप की सबसे ऊंची चोटी ‘माउंट एल्ब्रुस’ पर तिरंगा लहराया है। वडेरिया ने इंटरनेशनल फेडरेशन फार क्लाइबिंग एंड माउंटेनियरिंग से मान्यता प्राप्त संस्था नेहरू इंस्टीट्यूट आफ उत्तरकाशी से पर्वतारोहण का कोर्स किया है।
वडेरिया ने बताया कि समुद्र तल से 5642 मीटर ऊंचे ‘माउंट एल्ब्रुस’ पर चढ़ाई काफी चुनौतीपूर्ण रही। ऊंचाई पर तापमान माइनस 10 डिग्री सेल्सियस से भी कम रहता है और हवा का बहाव काफी तेज होता है। चोटी की खड़ी चढ़ाई में हवा और ठंड आपकी कठोर परीक्षा लेती है। इसलिए यह यूरोप की न सिर्फ सबसे ऊंची चोटी है, बल्कि चुनौतीपूर्ण भी है। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग एवं प्रबंध संचालक मप्र पर्यटन बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने वडेरिया की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त किया है। वडेरिया ने यह समिट 29 अगस्त को पूरी की है। वह अभी मास्को में हैं और पांच सितंबर को भारत पहुंचेंगे।
योग, प्राणायाम से मिला फायदा
वडेरिया ने पर्वतारोहण से पहले कई स्तर पर तैयारी की थी। पिछले दो माह से रनिंग और योग कर रहे थे। उन्होंने बताया कि एल्ब्रुस चोटी पर आक्सीजन और एयर प्रेशर काफी कम हो जाता है। इनके प्रभाव से सांसे फूलने लगती हैं। लेकिन योग, प्राणायाम के कारण काफी फायदा मिला और औसत समय से पहले ही चढ़ाई पूरी कर ली। वडेरिया एक प्रशिक्षित पर्वतारोही हैं, जिनका लक्ष्य सेवन समिट (सप्त चोटी) पर तिरंगा फहराना है। सेवन समिट सात पारंपरिक महाद्वीपों में से प्रत्येक के सबसे ऊंचे पर्वत हैं।