नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। मुंगालिया छाप के सरकारी रास्ते को यूनिवर्सिटी संचालक ने बंद कर दिया है, जिससे पांच गांवों का रास्ता बंद हो गया है। यह रास्ता मुंगालिया छाप को कलखेड़ा के ग्राम माली खेड़ी, रसुड़िया और कोड़िया को आपस में जोड़ते हैं। इस रास्ते पर बिल्डिंग और बाउंड्री वाल बनाकर रास्ता बंद कर दिया है। जिससे किसानों को दिक्कत हो रही है। मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाई में मुगालिया छाप की सरपंच मनीषा के साथ पहुंचे गांव के किसानों ने शिकायत दर्ज कराई।
अपर कलेक्टर अंकुर मेश्राम ने मामले की जांच हुजूर तहसीलदार अनुराग त्रिपाठी को सौंपी है । मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाई में लगातार हो रही बारिश की वजह से कम आवेदन पहुंचे। दोपहर एक बजे तक 62 लोगों ने आवेदन पेश किए। शिकायत में किसानों ने बताया कि वह सालों से सरकारी रास्ते का उपयोग कर खेती करते है, लेकिन यूनिवर्सिटी संचालक की मनमानी की वजह से इस सड़क को बंद कर दिया गया है। ऐसे में किसानों को आने जाने में दिक्कत हो रही है।
शांति नगर करोंद निवासी विनोद अहिल्या ने शिकायत दर्ज कराई है कि मैं भोपाल मेमोरियल अस्पताल के पास चाय-नाश्ते का ठेला लगाता हूं। पिछले दिनों आशीष लोधी, कुबेर लोधी, वैभव मीणा और सोनू लोधी आए और दुकान पर शराब पीने की बात कहने लगे। मना करने पर उन्होंने गालियां दीं, फिर मैं घर आ गया तो वह लोग मेरा पीछा करते हुए घर आए और पत्नी उर्मिला के साथ मारपीट कर दी। मामले की जांच पुलिस को सौंपी गई है।