UPSC CSE Result 2023: भोपाल। संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा परिणाम जारी कर दिए हैं, जिनमें मध्य प्रदेश से कई परीक्षार्थियों का चयन हुआ है। भोपाल के अजय जैन ने देश में 16वीं रैंक प्राप्त की है। भोपाल के ही तेजस अग्निहोत्री को 27वीं रैंक मिली है। ग्वालियर की मान्या को 84वीं रैक प्राप्त हुई है। मध्य प्रदेश से सिविल सेवा परीक्षा में चयनित हुए परीक्षार्थियों के घर में उत्सव का माहौल है। सभी उन्हें बधाईयां दे रहे हैं।
संघ लोक सेवा आयोग ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा परिणाम जारी कर दिया है। इसमें बैतूल जिले के मोरखा गांव निवासी शुभम रघुवंशी का चयन हुआ है। शुभम ने तीसरे प्रयास में परीक्षा में 556 वीं रैंक प्राप्त की है। अधिवक्ता भोजराज रघुवंशी और शिक्षिका अनिता रघुवंशी के पुत्र शुभम ने प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मोरखा के शासकीय स्कूल में प्राप्त की।
बैतूल के उत्कृष्ट स्कूल से कक्षा 12 वीं तक की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय भोपाल से करने के साथ ही सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी भी प्रारंभ कर दी थी। एलएलबी की पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली में जाकर यूपीएससी की कोचिंग शुरू की। तीसरे प्रयास में शुभम ने यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल करते हुए 556 वीं रैंक प्राप्त कर परिवार,ग्राम और जिले का नाम रोशन किया है।
यूपीएससी का परिणाम आने के बाद सतना जिले के जैतवारा की रहने वाली वेदिका बंसल ने यूपीएससी की परीक्षा पास की है। वर्तमान में वह रीवा शहर के हेडगेवार नगर में रह रही है। मीना बंसल पत्नी स्व:अरुण बंसल की बेटी वेदिका बंसल ने पूरे भारत में 96वीं रैंक लाकर अपने माता-पिता के सपनों को पूरा किया साथ ही गुरुजनों एवं मार्गदर्शकों के विश्वास में खरी साबित हुई।
बचपन से उच्च सेवा के प्रति आकर्षण की भावना से मोहित होकर अपनी पढ़ाई पूरे लगन से जारी रखी और प्रथम प्रयास में ही 96 वीं रैंक लाकर अग्रवाल समाज रीवा का नाम पूरे मध्यप्रदेश में रौशन किया।
छतरपुर से दो युवाओं ने यूपीएससी के फाइनल रिजल्ट में अपनी जगह बनाई है। कुलदीप पटेल और प्रज्जवल चौरसिया आईएएस बन गए हैं। छतरपुर जिले की गौरिहार तहसील के छोटे से गांव रजौरा से मात्र 22 वर्ष की उम्र में कुलदीप पटेल पुत्र राजकुमार पटेल पेशा खेती किसानी (लघु किसान) ने समूचे मध्यप्रदेश मे 181वीं रैक से यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की है।
समूचे परिवार व क्षेत्र का नाम रोशन करने मे कुलदीप ने आईएएस बनकर जिले का नाम रोशन किया है। इस क्षेत्र से पहली बार किसान का पुत्र आईएएस बना है। रिजल्ट आने के बाद घर में बधाईयों का तांता लगा रहा। अपने बेटे की सफलता पर उनकी माता मीराबाई बोली मुझे तब पता चला जब लोगों ने खुशियों के मारे घर आकर मिठाई खिलाई। इनके दादा बाबूलाल पटेल बोले मुझे विश्वास नही था कुलदीप आईएएस बनेगा। सीना गर्व से चौड़ा हो गया। कुलदीप ने स्नातक की पढ़ाई के बाद कोचिंग कर आईएएस की तैयारी शुरू कर दी थी।
सतना की बेटी ने यूपीएससी परीक्षा पास करके सतना का नाम रोशन किया है। मिली जानकारी बताया गया है कि काजल सिंह पिता विजय सिंह यूपीएससी की परीक्षा में 485 रैंक हासिल कर परीक्षा पास की है। काजल के पिता शहर के कोलगवां थाने में उपनिरीक्षक पद पर पदस्थ हैं जबकि मां मीरा सिंह हाउसवाइफ हैं। दूरभाष पर काजल सिंह ने बताया कि उनकी स्कूली शिक्षा सेंट मैरी स्कूल सतना से हुई है। जबकि उन्होंने स्नातक की पढ़ाई शासकीय महाविद्यालय गहरा नाला सतना से पूरी की है।
विगत दो वर्षों से वह दिल्ली के करोल बाग में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। 2 साल लगातार मेहनत करने के बाद उन्हें सफलता मिली है। काजल सिंह ने अपने सफलता के पीछे अपने माता-पिता एवं गुरुजनो को श्रेय दिया हैं। उन्होंने बातचीत के दौरान बताया कि जाबमन मिडल्स इच्छा सकती हो एवं कठिन परिश्रम किया जाए तो कोई भी काम असंभव नहीं है।
उन्होंने बताया कि यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए वह नियमित 16 से 17 घंटे पढ़ाई करती थी। उनके पिता उप निरीक्षक विजय सिंह बताते हैं की बेटी बचपन से ही पढ़ने में काफी मेधावी रही है। बचपन से ही हुआ अधिकारी बनने की बात कहती थी लेकिन आज उसने यह करके सबको दिखा दिया है।