भोपाल (नवदुनिया रिपोर्टर)। मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी, संस्कृति विभाग की ओर से आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत राजधानी भोपाल में रविवार को तलाश-ए-जौहर कार्यक्रम का आयोजन मुल्ला रमूजी संस्कृति भवन में किया गया। तीन सत्रों में हुए इस आयोजन में मप्र के विभिन्न शहरों से लगभग 60 प्रतिभागियों ने भाग लिया। एक सत्र में नये रचनाकारों को आजादी से संबंधित विषयों पर तात्कालिक लेखन के लिए कहा गया। प्रतिभागियों ने देश-प्रेम से संबंधित लेख और कहानियां लिखीं। इन प्रतिभागियों में से निर्णायकों द्वारा तीन प्रतिभागियों की रचनाओं को चयनित कर पुरस्कृत किया गया। इस प्रतियोगिता में सिरोंज के असद हाश्मी को प्रथम पुरस्कार मिला, द्वितीय स्थान पर बुरहानपुर के अलताफ अंसारी रहे एवं बुरहानपुर के ही तनवीर रजा बरकाती तीसरे नंबर रहे। निर्णायक मंडल में सुल्ताना हिजाब, नफीसा सुल्ताना अना एवं उरूज अहमद शामिल रहे।
दूसरे सत्र में विषेषज्ञों के रूप में डॉ. खालिद महमूद एवं डॉ. मोहम्मद नौमान खान उपस्थित रहे। कार्यक्रम के आरंभ में अकादमी की निदेशक डॉ. नुसरत मेहदी ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि तलाश-ए- जौहर गद्य एवं फिक्शन के क्षेत्र में उभरते हुए रचनाकारों की खोज है। ऐसे रचनाकार जो लिख तो रहे हैं, मगर जिन्हें कोई मंच या पहचान नहीं मिली, उनको तलाश-ए-जौहर के द्वारा मंजर-ए-आम पर लाना हमारा मकसद है।
60 प्रतिभागियों को मिले प्रमाण-पत्र
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. खालिद महमूद ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम आगे भी जारी रहना चाहिए। डॉ. मोहम्मद नौमान खान ने कहा कि आज के युवा पुराने जमाने के युवाओं के मुकाबले में ज्यादा योग्यता वाले हैं। उन्हें यदि सही समय पर मार्गदर्शन और इस तरह के मंच प्राप्त हों तो उनके अंदर की योग्यता सब के सामने आएगी। अंत में सभी प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि नईम कौसर और विषेषज्ञों द्वारा प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। तीसरे सत्र में राजीव सिंह ने सांगीतिक प्रस्तुति दी।