
Vande Bharat Express: भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। रानी कमलापति स्टेशन से हजरत निजामुद्दीन के बीच चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थर मारे जा रहे हैं। जिसकी वजह से पांच कोच के 30 कांच को नुकसान पहुंचा है। यह घटना बीते एक हफ्ते में ग्वालियर से हजरत निजामुद्दीन के बीच हुई है। जिसकी वजह से यात्रियों में दहशत है। अब भोपाल रेल मंडल इन कांचों को बदलवा रहा है। अभी तक 16 कांच बदल दिए हैं। बाकी के कांच अगले एक सप्ताह में बदले जाएंगे।
यात्री इसलिए दहशत में
- यात्री दिनेश रावत ने बताया कि असामाजिक तत्व एक साथ पत्थर मारना शुरू करते हैं। आवाज इतनी तेज आती है कि यात्री नींद में हो तो जाग जाता है। बच्चे भयभीत होते हैं। कुछ समय के लिए ऐसा लगता है जैसे पत्थर कांच तोड़कर लग जाएगा।
चिंता न करें यात्री, कोच के अंदर नहीं आ सकते पत्थर
भोपाल रेल मंडल में तकनीकी टीम से जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि वंदे भारत एक्सप्रेस में लगे कांच मजबूत होते हैं। ये पत्थरों की मार से बिल्कुल नहीं टूटेंगे। इनमें खरोंच आती है। पत्थर की मार पड़ने पर ऐसे दिखते हैं जैसे इनमें दरारें आ गई हों।
असामाजिक तत्वों की खोज में आरपीएफ व जीआरपी
भोपाल रेल मंडल के एक अधिकारी ने बताया कि ट्रैक के किनारे असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है, जो ट्रेन को नुकसान पहुंचाने की मंशा से पत्थर मारते हैं। इन असामाजिक तत्वों को खोजने के लिए स्थानीय स्तर पर रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) व शासकीय रेल पुलिस (जीआरपी) को सूचित किया है। स्थानीय स्तर पर टीमें लगाईं हैं।
मुंबई से मंगवाए कांच
वंदे भारत एक्सप्रेस के टूटे हुए कांच को बदलने के लिए भोपाल रेल मंडल ने मुंबई की एक निजी कंपनी को आर्डर दिया है। यहां से कुछ कांच मिल गए हैं और बाकी के कांच में देरी हो रही है। कांच मिलने में कम से कम एक सप्ताह का समय लगेगा।
इनका कहना है
वंदे भारत एक्सप्रेस पर हजरत निजामुद्दीन से आगरा के बीच और ग्वालियर के आसपास बीते सप्ताह पत्थर मारे जाने की घटना हुई थी। जिसकी वजह से पांच कोच के 30 कांच क्षतिग्रस्त हुए थे। उपलब्धता के आधार पर इन्हें बदला जा रहा है। किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। जिन रेलखंडों में ट्रेन पर पत्थर मारे गए हैं, उन रेलखंडों में आरपीएफ व जीआरपी को सूचित कर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।
- सूबेदार सिंह, प्रवक्ता, भोपाल रेल मंडल