
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में देश में जनभावनाएं गुस्से के रूप में सामने आ रही हैं। प्रदर्शन हो रहे हैं। ऐसे में, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भारत में अल्पसंख्यक समुदाय पर कार्रवाई का केंद्र सरकार पर आरोप लगाकर उसे ही बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का कारण बताने में लगे हैं।
उनके इस बयान को अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के लिए राष्ट्रहित को दांव पर लगाने के रूप में देखा जा रहा है। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की नीति हमेशा तुष्टीकरण की रही है। कांग्रेस के नेता एक समुदाय विशेष को साधने के लिए राष्ट्रहित को ताक पर रख देते हैं।
सोमवार को दिग्विजय सिंह के दिल्ली में एक न्यूज एजेंसी से कहा कि भारत में धर्मांधता फैलाने वाले कट्टरपंथी ताकतें जिस प्रकार से अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं।
वही रिएक्शन बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के विरुद्ध हिंसा करके किया जा रहा है। इस बयान को कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।
दिग्विजय के बयान पर प्रतिक्रिया में मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने हिंदुओं के विरुद्ध हिंसा को बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के लिए भारत में शरण देने से जोड़ा है। उन्होंने कहा है कि शायद हसीना को शरण देने की प्रतिक्रिया बांग्लादेश में हो रही है। इससे वहां हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं। सज्जन सिंह का कहना है कि दिग्विजय तो एक व्यक्ति हैं, देश की 135 करोड़ जनता यह सोचती है कि इंदिरा गांधी जब प्रधानमंत्री थीं, तब पाकिस्तान में कमजोर लोगों पर अन्याय हुआ तो उसके दो टुकड़े करके बांग्लादेश बना दिया था। आज हमने शेख हसीना को भारत में शरण दी, उसका रिएक्शन शायद बांग्लादेश में हो रहा है कि हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है।