Voter List in MP: राहुल गांधी ने उठाया था वोटर्स लिस्ट में फर्जीवाड़े का मुद्दा, अब एमपी कांग्रेस ने बनाई यह रणनीति
विधानसभा और लोकसभा चुनाव के समय मध्य प्रदेश में मतदाता सूची में नाम के दोहराव, फोटो का मिलान न होने, एक ही पते पर कई मतदाताओं के नाम दर्ज होने जैसी कई शिकायतें सामने आई थीं। इसके बाद कांग्रेस यह योजना बनाई है।
Publish Date: Thu, 17 Apr 2025 07:53:17 AM (IST)
Updated Date: Thu, 17 Apr 2025 07:53:17 AM (IST)
मध्य प्रदेश में काग्रेस खुद अपडेट करेगी वोटर्स लिस्ट (फाइल फोटो)HighLights
- कांग्रेस विधानसभा वार तैयार करेगी रजिस्टर
- जून-जुलाई में शुरू होगा घर-घर सर्वे का काम
- पंचायत और वार्ड स्तर पर बनेंगी समितियां
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल : कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मतदाता सूची पर सवाल उठाने के बाद मध्य प्रदेश में मतदाता सूची को लेकर पार्टी सतर्क हो गई है। प्रदेश कांग्रेस ने तय किया है कि मतदाता सूची का फर्जीवाड़ा रोकने के लिए अब विधानसभावार रजिस्टर तैयार किया जाएगा।
यह हर तीन माह में अपडेट होगा। इस अवधि में यदि किसी मतदाता का निधन होता है या फिर वह कहीं और रहने के लिए चला जाता है तो उसकी जानकारी निर्वाचन अधिकारियों को देकर नाम मतदाता सूची से हटवाया जाएगा। इसी तरह नाम जुड़वाने के भी प्रयास होंगे। यह काम जून-जुलाई से प्रारंभ कर दिया जाएगा। प्रदेश स्तर पर प्रत्येक त्रैमास में इसकी समीक्षा भी होगी।
चुनाव के समय शिकायत नहीं, सालभर होगा काम
- विधानसभा और लोकसभा चुनाव के समय मतदाता सूची में कथित गड़बड़ी को लेकर प्रदेश कांग्रेस और प्रत्याशियों की ओर से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में शिकायतें भी की गईं। कुछ शिकायतें आधारहीन निकलीं तो कुछ में कार्रवाई भी हुई।
- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के समय भी कांग्रेस ने मतदाता सूची में गड़बड़ी का विषय उठाया था। अब पार्टी ने तय किया है कि चुनाव के समय शिकायत करने से कुछ प्राप्त नहीं होता है इसलिए वर्षभर सूची के पुनरीक्षण का काम किया जाएगा।
- पार्टी अपने स्तर पर सर्वे करेगी और अपात्र के नाम सूची में पाए जाने पर उसे हटवाने के प्रयास होंगे। विधानसभा क्षेत्र स्तर पर मतदाता सूची रजिस्टर तैयार होगा। इसमें मतदाताओं का पूरा ब्योरा रहेगा।
- यदि गांव या मोहल्ले में किसी मतदाता का निधन हो जाता है या फिर कहीं और रहने चला जाता है तो उसका नाम सूची से हटवाने के लिए आवेदन किया जाएगा। इसी तरह पात्र मतदाता का नाम जुड़वाने की पहल होगी।