नई दुनिया प्रतिनिधि, भोपाल: मध्य प्रदेश के खरगोन जिले की कलेक्टर भव्या मित्तल इस समय एक बार फिर से सुर्खियों में हैं, जिन्होंने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए जिला ई गवर्नेंस प्रबंधक प्रमोद पंवार व सहायक प्रबंधक विपिन कुमार सिंह की संविदा सेवा समाप्त कर दी।
दोनों के खिलाफ ई-गवर्नेंस प्रणाली में लापरवाही और अनुबंध शर्तों के उल्लंघन की कई शिकायतें थीं। जांच में पाया कि दोनों अधिकारियों द्वारा अनुबंध राशि, राजस्व वसूली, धरोहर राशि, आधार केंद्रों के संचालन तथा एक ही व्यक्ति द्वारा सात लोगों की अनुबंध राशि जमा की गई जो कि कमीशन खोरी तथा दलाली की ओर संकेत करती है। उनके द्वारा इस पर बाधा न लगाने पर दोनों पर यह कार्यवाही की गई है।
ऐसा पहली बार नहीं है, जब उन्होंने अपने किसी फैसले से चर्चा बटोरी है। इससे पहले पिछली पोस्टिंग में उन्होंने एक क्लर्क को चपरासी बनाकर सुर्खियां बटोरी थीं और उनके इस फैसले की वजह से वह काफी लाइमलाइट में रही थीं। 2014 बैच की आईएएस भव्या मित्तल मध्य प्रदेश की सबसे तेजतर्रार अफसरों में शुमार हैं।
कलेक्टर के तौर पर उन्हें पहली बार बुरहानपुर की कमान सौंपी गई थी। इससे पहले वह इंदौर नगर निगम की अपर आयुक्त भी रह चुकी हैं। उनके अच्छे काम की तारीफ करने वालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भी शामिल है। पीएम उन्हें उनके काम की तारीफ करने के साथ-साथ अवॉर्ड से भी सम्मानित कर चुके हैं। उन्हें जल जीवन मिशन में काम के लिए यह सम्मान मिला था।
भव्या मित्तल देश की राजधानी दिल्ली की रहने वाली हैं और उन्होंने आईआईटी दिल्ली से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। उन्होंने इसके बाद सिविल इंजीनियरिंग में ही एमटेक भी किया। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने 2013 में यूपीएससी परीक्षा और उन्होंने 34वीं रैंक हासिल की थी। यूपीएससी में चयन के बाद उन्हें एमपी कैडर मिला है और तब से उनकी तैनाती मध्य प्रदेश में ही है।