World Organ Donation Day 2021: ऐसा हो रक्षा का बंधन, कहीं भाई, तो कहीं बहन ने किडनी देकर दिया जिंदगी का तोहफा
ईदगाह हिल्स में रहने वाली पूजा चांदवानी को उनके भाई गुलाब ने किडनी दी, वहीं एक 54 वर्षीय शख्स के लिए बहन किडनी डोनर बनी।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Fri, 13 Aug 2021 03:14:25 PM (IST)
Updated Date: Fri, 13 Aug 2021 03:25:40 PM (IST)

शशिकांत तिवारी, भोपाल। इसी महीने 22 अगस्त को रक्षाबंधन है। यह दिन सभी के लिए खास होता है, लेकिन उनके लिए बेहद खास है, जिन बहन-भाइयों ने एक दूसरे को किडनी देकर जीवन बचाया है। ऐसे ही भाई-बहन हैं, ईदगाह हिल्स भोपाल में रहने वाले गुलाब चांदवानी और पूजा चांदवानी। कोरोना काल में 54 साल की पूजा की किडनी खराब हो गई है। उनके बेटों ने किडनी दान करने का मन बनाया तो पूजा ने मना कर दिया। उनका कहना था कि बच्चों की उम्र अभी काफी कम है। किडनी दान करने के बाद कहीं उन्हें दिक्कत न आ जाए। लिहाजा, उन्होंने साफ मना कर दिया। ऐसे में उनके भाई गुलाब चांदवानी ने किडनी दान कर बहन की जिंदगी बचा ली। पूजा ने कहा कि भाई ने उन्हें नई जिंदगी दी है। उनके लिए तो हर
दिन ही रक्षाबंधन की तरह है।
पत्नी भी तैयार थी, लेकिन बहन बनी डोनर : एक अन्य मामले में अशोका गार्डन में रहने वाले 54 साल के एक व्यक्ति की किडनी फेल होने पर बहन ने किडनी दान कर उनकी जान बचाई। मरीज की पत्नी भी किडनी दान करने को तैयार थी, लेकिन चिकित्सकों का कहना था कि परिवार में किसी की किडनी मिल जाए तो और बेहतर रहेगा। ऐसा में बहन ने खुशी-खुशी किडनी दान की। बहन ने बताया कि वह अपने भाई की जिंदगी के लिए हर जोखिम उठाने को तैयार है। बंसल अस्पताल के किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. विद्यानंद त्रिपाठी ने कहा कि ऐसे भी भाई-बहन आते हैं जिनकी किडनी मैच नहीं होने फूट-फूट कर रोने लगते हैं कि वह दान नहीं कर पाएंगे।
ब्रेन डेड मरीजों के अंगदान से 37 को मिल चुकी है जिंदगी : भोपाल में पहली बार 16 अप्रैल 2017 को ब्रेन डेड मरीज से अंगदान की शुरुआत हुई थी। अभी 13 ब्रेन डेड मरीजों के अंगदान से 37 लोगों को नई जिंदगी मिल चुकी है। इनके लिवर, किडनी, हार्ट दान हुए हैं।
भोपाल में पांच हजार लोगों को लिवर और किडनी की जरूरत
गैस्ट्रोसर्जन डॉ. सुबोध वार्ष्णेय ने कहा कि अकेले भोपाल में करीब पांच हजार लोगों को लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत है, लेकिन लिवर नहीं मिल पाने की वजह से ट्रांसप्लांट बहुत कम हो पाते हैं। अंगदान को प्रेरित करने वाली संस्था किरण फाउंडेशन के डॉ. राकेश भार्गव ने कहा कि भोपाल में करीब चार हजार लोगों को किडनी की जरूरत है। उन्होंने कहा कि एक किडनी से भी व्यक्ति सामान्य जीवन जी सकता है, लेकिन जागरूकता नहीं होने की वजह से लोग डरते रहते हैं।