बुरहानपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। हमारे पास संसाधन सीमित हैं, लेकिन काम बढ़ गया है। ऐसे में पुलिस को अलग परिवेश में नजर आने की जरूरत है। आप सबने यह वर्दी अपनी मेहनत से हासिल की है। वर्दी के साथ आपको अथाह पावर भी मिला है। इसका मान-सम्मान बरकरार रखना, सदुपयोग अथवा दुरुपयोग करना आपके हाथ में है। वर्दी पहनने से हमें किसी से भी बदतमीजी करने का लाइसेंस नहीं मिल जाता। यह विभाग और थाने आम जनता की सहायता के लिए हैं। इसलिए जनता के साथ अच्छा व्यवहार रखें, जिससे लोगों के बीच अच्छी छवि बना सकें।
यह बात मंगलवार को वार्षिक निरीक्षण पर पहुंचे इंदौर रेंज के आईजी योगेश देशमुख ने रेणुका पुलिस लाइन में लगाए गए पुलिस दरबार में कही। उनके साथ डीआईजी खरगोन तिलक सिंह और पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा भी मौजूद थे। आईजी देशमुख ने कहा कि 150 साल पुरानी इस संस्था में कुछ कमियां आ गई हैं, लेकिन अच्छी चीजें भी हैं। उन्होंने कहा कि वर्दी पहनने के बाद हमारा न तो कोई धर्म होता है और न जाति होती है। हमें समान रूप से सभी को देखना चाहिए। हमने यदि किसी पीड़ित की मदद कर दी या उसका मामला सुलझा दिया तो यही हमारी पूजा और इबादत है।
हमें इस बात के लिए गर्व होना चाहिए कि जब पूरी दुनिया कोरोना के डर से घरों में दुबकी थी, तब भी हमारे जवानों ने सड़क पर मुस्तैदी से महामारी का सामना किया। यही जज्बा और जुनून आगे भी बरकरार रहना चाहिए। आपकी समस्याओं को लेकर पुलिस मुख्यालय सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी लगातार चिंतन करते हैं। इसलिए आपको अपनी ड्यूटी जिम्मेदारी के साथ निभानी चाहिए। आईजी ने युवा और रिटायरमेंट के करीब पहुंच चुके कर्मचारियों के लिए वित्तीय प्रबंधन के लिए विशेषज्ञों के शिविर लगाने, वेलफयेर और अवेयरनेस के कार्यक्रम चलाने और पुलिस परिवार के बच्चों के लिए माह में एक बार पिकनिक आदि का प्रबंध करने के निर्देश भी पुलिस अधीक्षक को दिए।
साप्ताहिक अवकाश और ट्रांसफर की मांग
पुलिस ग्राउंड में लगाए गए दरबार के दौरान आईजी ने कर्मचारियों की समस्याएं भी सुनीं। यातायात थाने के प्रधान आरक्षक इंदल सिंह ने साप्ताहिक अवकाश शुरू करने और काफी समय से लंबित म्यूचुअल ट्रांसफर को हरी झंडी देने की मांग की। आईजी ने पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा को सहूलियत के हिसाब से साप्ताहिक अवकाश देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि सप्ताह में संभव नहीं हो तो कम से पंद्रह दिन में अवकाश दिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अन्य सरकारी कर्मचारियों से ज्यादा वेतन और स्पेशल अवकाश पुलिस कर्मियों को इसीलिए मिलते हैं, क्योंकि उन्हें ज्यादा सेवाएं देनी पड़ती हैं। सीएसपी बीपी वर्मा द्वारा एक महिला डीएसपी और एक अजाक डीएसपी की मांग उठाने पर आईजी ने इसे एसपी स्तर का मामला बताते हुए विचार करने की बात कही। कोतवाली थाने के एएसआई मांगीलाल और एएसआई योगेश चौहान ने क्रमश: खंडवा और खरगोन पोस्टिंग करने की मांग रखी, जिस पर विचार करने के लिए कहा गया। यातायात विभाग की आरक्षक पल्लवी शर्मा ने मां और दादी की बीमारी सहित अन्य कारण बताते हुए कुछ समय के लिए गृह जिले खंडवा में अटैच करने की मांग की। जिस पर आईजी ने एक साल के लिए उसे खंडवा अटैच करने के आदेश दिए।
एसपी दफ्तर व थानों का किया निरीक्षण
पुलिस लाइन के बाद आईजी सीधे पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे, जहां रिकार्ड सहित अन्य चीजों का बारीकी से निरीक्षण किया। कुछ जगह कमियां पाए जाने पर उन्हें सुधारने के निर्देश भी दिए। उन्होंने लालबाग सहित अन्य थानों का निरीक्षण भी किया। यहां भी कमियों को सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में पुलिस का मैरिज हॉल, गैस एजेंसी, आरओ प्लांट आदि स्थापित करने के लिए भी कहा है।
आरआई समेत तीन पर लगाया जुर्माना, एमटीओ की होगी विभागीय जांच
रेणुका पुलिस लाइन में सुबह 10.40 बजे पहुंचे आईजी योगेश देशमुख सबसे पहले सलामी परेड का निरीक्षण करने पहुंचे। परेड में शामिल एक जवान की मास्क के नीचे छिपी स्टाइलिश दाढ़ी को उन्होंने पकड़ लिया। इसे लेकर आरआई राधा यादव और परेड कमांडर से सवाल किए तो वे बगलें झांकने लगे। इस पर नाराजगी जताते हुए आईजी ने जवान राहुल सिंह सहित तीनों पर पांच-पांच सौ रुपये जुर्माना लगाने के साथ ही सभी जवानों को रायफल ऊपर उठाकर मैदान के दो चक्कर लगाने की सजा दी। इसके बाद उन्होंने मैग्जीन रूम देखा। इसके बाहर लगे अग्निशमन यंत्र में एक्सपायरी डेट नहीं होने पर भी नाराजगी जताई। यहां से वे पुलिस कर्मचारियों के आवास देखने पहुंचे और एसपी से पेयजल, सफाई आदि की जानकारी ली। पुलिस वाहनों के निरीक्षण में कई तरह की कमियां पाए जाने पर आईजी ने मोटर ट्रांसपोर्ट ऑफिसर (एमटीओ) का काम देख रहे प्रधान आरक्षक महेंद्र राय को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा को एमटीओ का प्रभार सूबेदार को सौंपने और महेंद्र राय के खिलाफ विभागीय जांच शुरू करने के आदेश दिए।
बाइक नहीं हुई चालू, रिकार्ड में भी गड़बड़ी
वाहनों के निरीक्षण के दौरान आईजी ने विभाग की करीब दर्जनभर बाइकों की मौजूदा स्थिति और मेंटेनेंस का रिकार्ड चेक किया। इस दौरान जहां एमटीओ की बाइक चालू नहीं हो पाई वहीं रिकार्ड में भी गड़बड़ी सामने आई। बाइक में घटिया टायर मिलने के साथ माइलेज भी अन्य बाइकों से कम करीब 40 किमी प्रति लीटर पाया गया। कुछ में साइड मिरर भी नहीं मिला। आईजी ने कहा कि मेंटेनेंस के नाम पर फंड तो खर्च हो रहा है, लेकिन मुझे संदेह है कि इसमें गड़बड़ी की जा रही है। इसी तरह लालबाग थाने की जीप का इंडिकेटर नहीं जलने, पुलिस टैंकर से पानी रिसने व अन्य वाहनों में कमियां पाई गईं। एक वाहन में सीएट कंपनी का टायर लगा था, जबकि रिकार्ड में अपोलो कंपनी का टायर लिखा गया था। इसे लेकर भी एमटीओ पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि ऐसा मेंटेनेंस वाहनों को कंडम बना देगा। उन्होंने सभी वाहन चालकों से वाहन में अग्निशमन यंत्र की जानकारी ली तो सिर्फ गणपति थाने के वाहन में यह यंत्र पाया गया। आईजी ने वाहन चालक को पांच सौ रुपए इनाम देने के निर्देश दिए हैं।
शाहपुर थाने के प्रधान आरक्षक की मौत पर जताया दुख
पत्रकारों द्वारा गत दिनों शाहपुर थाने के प्रधान आरक्षक जियालाल मंडलोई द्वारा खुदकुशी किए जाने को लेकर विभाग में तनाव संबंधी सवाल पूछा, तो आईजी ने दुख जताते हुए कहा कि तनाव तो होता है, लेकिन कर्मचारियों को धैर्य से काम लेना चाहिए। ऐसे कदम उठाना किसी समस्या का हल नहीं है। उन्होंने कहा कि संगठित अपराध और अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। जिले में अब तक क्राइम ब्रांच का गठन नहीं होने पर उन्होंने इसे एसपी स्तर का मामला बताते हुए उनके द्वारा गठन करने की बात कही।