नईदुनिया प्रतिनिधि, बुरहानपुर। जिला मुख्यालय से करीब दस किमी दूर बड़गांव माफी में डायरिया फैल गया है। प्रथम दृष्टया इसका कारण दूषित पेयजल बताया गया है। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंच गई है। पंचायत भवन में शिविर लगा कर मरीजों की जांच व उपचार किया जा रहा है। जिला महामारी नियंत्रक रवींद्र राजपूत ने बताया कि अब तक गांव के 15 लोग डायरिया से पीड़ित पाए गए हैं। सभी को दवा दी गई है। फिलहाल किसी को भी अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया है। पांच मरीजों के स्टूल सैंपल जांच के लिए इंदौर भेजे गए हैं। इसके अलावा वाटर संपवेल से पानी के भी दो सैंपल जांच के लिए भेजे हैं। उन्होंने बताया कि गुरुवार को इसकी रिपोर्ट मिल जाएगी।
ट्यूबवेल की पाइप लाइन में लीकेज वाला स्थान।
रवींद्र राजपूत ने बताया कि शिविर में जांच के दौरान 42 अन्य ग्रामीण भी बुखार, सिरदर्द, खांसी आदि के पाए गए हैं। शिविर में मौजूद डा. एके सिंह, विक्की चौकसे व टीम ने उनका उपचार भी किया है। गांव के हर घर का भ्रमण कर ओआरएस, क्लोरीन टेबलेट, ब्लीचिंग पाउडर का वितरण कर लोगों को समझाइश दी जा रही है। बीएमओ शाहपुर डा. एके सिंह ने बताया कि गांव में सात दिन तक शिविर लगा रहेगा और विभाग पूरी निगरानी रखेगा। शिविर में अनिल बर्वे, सीएचओ अनिल सिरसाड़, एएनएम ममता गढ़वाल, चंद्रकांत लांडे, आशा तुलसा राठौर, सरपंच प्रेम भगवान, सचिव गोपाल भटकर, आशा सहयोगी भारती महाजन आदि उपस्थित थे।
वर्षा काल में जल जनित रोगों के कारण हर साल लोग बीमार होते हैं। कुछ दिन पहले शाहपुर में डेंगू के चार संदिग्ध सामने आने के बाद हड़कंप मच गया था। स्वास्थ्य विभाग और नगर परिषद की टीम ने विशेष सफाई और लार्वा लष्ट करने का अभियान चलाया था। जिसके कारण काफी हद तक डेंगू नियंत्रित हो चुका है। लोगों को भी घरों की छत व आसपास ज्यादा दिन तक पानी एकत्र नहीं होने देने के लिए समझाया जा रहा है।
बड़गांव माफी में डायरिया फैलने की सूचना मिलते ही टीम पहुंच गई है। शिविर लगाकर मरीजों का उपचार किया जा रहा है। डायरिया फैलने का कारण प्रथम दृष्टया कारण दूषित जल पाया गया है। जांच कराई जा रही है।
- रवींद्र राजपूत, जिला महामारी नियंत्रक।