
नईदुनिया प्रतिनिधि, बुरहानपुर। नकली पुलिस अफसर बन कर लोगों से लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का पाला शनिवार को यातायात थाने के असली पुलिस आरक्षक से पड़ गया। आरक्षक को बातचीत शुरू होते ही फ्राॅड काॅल होने का पता चल गया था।
उसने इसका फायदा उठाते हुए जांच के लिए राेके गए वाहन चालक व उसमें सवार अन्य लोगों को भी ठग की बातचीत सुना कर उन्हें जागरूक किया। पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार ने एक बार फिर आरक्षक की प्रशंसा करते हुए नागरिकों को सतर्क किया है।
दरअसल शनिवार को आरक्षक आशीष तोमन वाहनों की जांच कर रहे थे। इसी दौरान उनके वाट्सएप पर ठग का फोन आया। उसने खुद को पुणे महाराष्ट्र का पुलिस अधिकारी बताते हुए कहा कि उनका बेटा रेप के केस में फंस गया है। उसे बचाने के लिए एक लाख 70 हजार रुपये देने होंगे।
रुपये नहीं देने पर जेल भेजने की धमकी दी। आरक्षक आशीष ने बातचीत पूरी होने के बाद ठग को बताया कि उनका बेटा केवल तीन साल का है। वाहन में सवार लोगों को भी बताया कि इस तरह ठग आनलाइन धोखाधड़ी करते हैं। ऐसे लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है।
पुलिस ने नागरिकों से आग्रह किया है कि किसी भी संदिग्ध ईमेल, लिंक, एपीके फाइल को क्लिक न करें। अपनी बैंकिंग जानकारी किसी और के साथ साझा नहीं करें। धोखाधड़ी होने पर तत्काल 1930 नंबर पर शिकायत दर्ज कराएं।