बुरहानपुर। शहर की टूटी-फूटी सड़कें एक बार फिर मौत का सबब बन गईं। शनिवार रात करीब 9.30 बजे लालबाग रोड पर गणेश जी की 12 फीट से अधिक ऊंची प्रतिमा गिर गई। हादसे में खंडवा निवासी शशांक जोशी (24) की जान चली गई। वह हरिगंज का रहने वाला था। प्रतिमा लालबाग के सम्राट मौर्य आर्ट से तैयार होकर खंडवा जिले के नाई आवार इलाके ले जाई जा रही थी।
पातोंडा रोड से होकर जुलूस तुलसी मॉल के पास पहुंचा ही था कि अचानक खराब सड़क और गड्ढों की वजह से प्रतिमा का संतुलन बिगड़ गया और यह धड़ाम से गिर पड़ी। शशांक इसकी चपेट में आ गया। लोगों ने आनन-फानन में उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
हादसे के बाद आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए। सीएसपी गौरव पाटील और पुलिस टीम ने पहुंचकर भीड़ को शांत कराया। प्रतिमा उठाने और रास्ता खाली कराने में पुलिस और स्थानीय लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। हादसे की सूचना मिलने पर लोग, जनप्रतिनिधि निजी अस्पताल पहुंचे। एएसपी एएस कनेश, एडीएम वीर सिंह चौहान भी मौके पर पहूंचे। लोगों से चर्चा कर स्थिति को संभाला। एएसपी अंतर सिंह कनेश ने कहा कि आज लालबाग रोड पर लोग ज्यादा होने के कारण हादसा हुआ।
हादसे के बाद प्रशासन पर गंभीर आरोप लगने लगे। हिंदू महासभा के प्रवक्ता ओम आजाद ने कहा कि शहर की सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं। इन्हीं की वजह से खंडवा जा रही प्रतिमा गिरी और युवक की मौत हो गई। इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की है। कमिश्नर और महापौर को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। कांग्रेस ने नेता अजय सिंह रघुवंशी ने कहा कि शहर में गड्ढे ही गड्ढे हैं।
युवक साइड से चल रहा था। अन्य कोई घायल नहीं हुआ। शहर के गड्ढे भरे जाने चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता निखिल खंडेलवाल ने कहा कि हम लगातार कह रहे थे कि गड्ढे भरे जाएं। कल भी मांग उठाई थी, लेकिन प्रशासन मौन रहा। अब जब मौत हो गई है तो खानापूर्ति के तौर पर गड्ढे भरने का काम शुरू कर दिया गया।
लोगों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही से हादसे रुक नहीं रहे। दो दिन पहले ही इच्छापुर रोड पर भी प्रतिमा गिर गई थी। गनीमत रही कि उस समय कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई। लेकिन शनिवार की रात हुई घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया।
लालबाग रोड और शहर की कई प्रमुख सड़कों पर लंबे समय से गड्ढे बने हुए हैं। लगातार शिकायतों और मांगों के बावजूद अब तक हालात जस के तस हैं। प्रतिमा विसर्जन के मौसम में ऐसे हादसों ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रविवार सुबह से महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों से आए भक्त लालबाग थाने के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। वे प्रशासन से कारखाने में बंद अपनी मूर्तियां दिलाने की मांग कर रहे हैं। शनिवार रात लालबाग क्षेत्र से मूर्ति ले जा रहे खंडवा के एक युवक की मूर्ति गिरने से मौत हो गई थी। इसके बाद प्रशासन ने रात ढाई बजे पतोंडा मार्ग स्थित सम्राट आर्ट्स के कारखाने को सील कर दिया था। इस कारखाने में महाराष्ट्र के कई शहरों की मंडलों की मूर्तियां बनकर तैयार है।
एसडीएम अजमेर सिंह गौड के अनुसार पहले ही मूर्तिकारों को 10 फीट से ज्यादा ऊंचाई वाली मूर्तियां नहीं बनाने के आदेश दिए गए थे। बावजूद इसके मूर्तिकारों ने 20 से 25 फीट ऊंची मूर्तियां तैयार की हैं। शहर से खंडवा और महाराष्ट्र की ओर जाने वाले मार्गों में हुए बड़े-बड़े गड्ढों के कारण यह मूर्तियां अब दुर्घटना का शिकार हो रही हैं।
थाने के बाहर प्रदर्शन जारी है, लेकिन अब तक कोई जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। थाना प्रभारी अमित सिंह जादौन ने भक्तों से कहा है कि यह कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा की गई है और वह इसमें कुछ नहीं कर सकते हैं।