नईदुनिया प्रतिनिधि, बुरहानपुर। महाराष्ट्र बॉर्डर पर स्थित एक ढाबा नशे का अड्डा बना हुआ था, जहां ट्रक चालकों और स्थानीय लोगों को डोडा चूरा और शराब बेची जा रही थी। शाहपुर पुलिस ने छापा मारकर 34 किलो से ज्यादा डोडा चूरा और 64 लीटर शराब बरामद की। यह बरामदगी जिले में अब तक की सबसे बड़ी खेप मानी जा रही है।
इंदौर-एदलाबाद नेशनल हाइवे पर महाराष्ट्र बॉर्डर के पास बने देवा ढाबे में लंबे समय से अवैध नशे का कारोबार चल रहा था। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि ढाबा संचालक ट्रक चालकों को अफीम से बने डोडा चूरा के साथ शराब भी बेच रहा है।
शुक्रवार शाम शाहपुर थाना पुलिस ने ढाबे में दबिश देकर 34 किलो 430 ग्राम डोडा चूरा और विभिन्न ब्रांडों की 64 लीटर शराब बरामद की। ढाबा संचालक शुभम तोमर को गिरफ्तार कर NDPS Act और आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस जांच में पता चला कि शुभम ने ढाबे में ही डोडा चूरा पीसने के लिए चक्की लगा रखी थी। बॉर्डर क्षेत्र में निगरानी कम होने का फायदा उठाकर वह इस अवैध कारोबार को चला रहा था। पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी के अनुसार, आरोपी से सप्लायर के बारे में पूछताछ की जा रही है, और इस नेटवर्क के तार मंदसौर व नीमच से जुड़े होने की संभावना है।
थाना प्रभारी अखिलेश मिश्रा ने बताया कि हाल ही में पुलिस ने प्रदेशव्यापी नशा विरोधी जागरूकता अभियान चलाया था। इसी के बाद कार्रवाई तेज की गई। पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में डोडा चूरा मिलने से पुलिस भी हैरान रह गई।
मिश्रा ने बताया कि अफीम और डोडा चूरा के नशे के आदी ट्रक चालक अक्सर सड़क दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं, जिससे निर्दोष लोगों की जान जाती है।
इससे पहले शाहपुर पुलिस ने जम्बूपानी और अन्य जगहों पर अवैध गांजे की खेती का भंडाफोड़ किया था, जिसमें लाखों रुपए कीमत के पौधे बरामद हुए थे। किसान मक्के और केले के खेतों में चोरी-छिपे इसकी खेती कर रहे थे।
डोडा चूरा की इस बड़ी खेप को पकड़ने में आरक्षक रविंद्र राय, उप निरीक्षक अजय सिंह चौहान, सोहन सिंह चौहान, प्रधान आरक्षक मुकेश मोरे, कुन्दन सिंह पवार, आरक्षक अक्षय दुबे और सुनील खोड़े की महत्वपूर्ण भूमिका रही।