नईदुनिया प्रतिनिधि, बुरहानपुर। रविवार को जिला अस्पताल परिसर में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। अस्पताल के वॉशरूम में एक नाबालिग ने बेटी को जन्म दिया। लोकलाज के डर से पहले उसका गला दबा कर मारने का प्रयास किया। उसमें सफल नहीं हुई तो अस्पताल की पहली मंजिल से नीचे फेंक दिया। गनीमत थी कि नवजात नीचे पड़े कचरे पर गिरी, जिससे उसकी जान बच गई।
बच्ची के रोने की आवाज सुनकर अस्पताल के कर्मचारी पहुंचे और अंदर ले गए। हत्या के प्रयास में नवजात का गला कट गया था, जिस पर डॉक्टरों ने पांच टांके लगाए हैं। फिलहाल उसे स्वस्थ बताया गया है और एनएनसीयू में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। बता दें कि रविवार को विश्व बेटी दिवस मनाया गया है। जिसमें बेटियों को बचाने और पढ़ाने की बातें की गई हैं। इस घटना ने अस्पताल परिसर में मौजूद जिस किसी ने भी देखा और सुना वह सन्न रह गया।
अस्पताल प्रबंधन की सूचना पर लालबाग थाना प्रभारी अमित जादौन मौके पर पहुंचे। उन्होंने अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और भर्ती मरीजों व रिश्तेदारों से पूछताछ की। जिसमें पता चला कि बच्ची को जन्म देने वाली 16 वर्षीय किशोरी नेपानगर थाना क्षेत्र की रहने वाली है और वह पेट दर्द के नाम पर अस्पताल में भर्ती हुई थी।
उसकी मां का पहले ही देहांत हो चुका है। घर में दिव्यांग पिता और नाबालिग भाई है। जिसके कारण उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं लग पाई। इससे पहले किशोरी नेपानगर अस्पताल भी गई थी, लेकिन वहां डाक्टर उपलब्ध नहीं होने के कारण पिता जिला अस्पताल ले आए थे। पुलिस का कहना है कि नाबालिग को गर्भवती बनाने वाले युवक की तलाश भी की जाएगी। आगे की कार्रवाई के लिए मामला नेपानगर पुलिस को सौंपा जाएगा।