
नईदुनिया प्रतिनिधि, बुरहानपुर। नकली नोटों के साथ महाराष्ट्र की मालेगांव पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गिए मौलाना जुबेर अंसारी, नाजिर अकरम और इसके मास्टर माइंड बताए जा रहे डा. प्रतीक नवलखे के घर की बुधवार को खंडवा एसआईटी और मालेगांव पुलिस ने तलाशी ली। डीएसपी खंडवा अनिल सिंह चौहान के नेतृत्व में शहर पहुंची टीम में जावर थाना प्रभारी श्याम सिंह सहित आधा दर्जन से ज्यादा पुलिस अधिकारी शामिल थे।
टीम सबसे पहले दोपहर करीब 12 बजे मोमिनपुरा स्थित मौलाना जुबेर के घर पहुंची। इसके बाद प्रतीक नवलखे के घर की दो घंटे से ज्यादा समय तक तलाशी ली। अंत में नाजिर के मकान को खंगाला। तलाशी में टीम को क्या मिला, इसकी जानकारी देने से अधिकारियों ने इनकार कर दिया।
सूत्रों के अनुसार प्रतीक के घर से कुछ कागज मिले हैं, जिन्हें टीम अपने साथ ले गई है। उनके पिता सुरेश नवलखे को भी पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था।
छानबीन के दौरान बुरहानपुर के गणपति थाना प्रभारी सुरेश महाले, कोतवाली थाना प्रभारी सीताराम सोलंकी भी मौजूद थे। टीम को फिलहाल उस प्रिंटिंग प्रेस की जानकारी नहीं मिल पाई है, जहां प्रतीक द्वारा नकली नोट छापे जाने की बात जुबेर ने कही है।

जानकारी देते डीएसपी अनिल सिंह चौहान व अन्य पुलिस अधिकारी।
डाक्टर प्रतीक नवलखे वर्ष 2022 से पहले जिला अस्पताल का आरएमओ था। नेशनल हेल्थ मिशन के 12 करोड़ के गबन में गिरफ्तारी के बाद पुलिस को पता चला था कि उसे ऑनलाइन गेमिंग और क्रिकेट सट्टे का शौक था। इन पर उसने लाखों रुपये खर्च किए थे। जानकार बताते हैं कि इसी बुरी लत के कारण प्रतीक ने अपराध की दुनिया में कदम रखा था। जेल में जुबेर से मुलाकात होने के बाद वह नकली नोटों के कारोबार से जुड़ गया था।
पांच दिन पहले महाराष्ट्र की मालेगांव पुलिस ने बुरहानपुर निवासी और खंडवा के मौलाना जुबेर अंसारी व नाजिर अकरम को दस लाख के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद खंडवा पुलिस ने मौलाना के कमरे की तलाशी ली तो वहां से भी करीब बीस लाख के नकली नोट बरामद हुए थे। खंडवा एसआईटी ने जब मालेगांव पहुंच कर जुबेर से पूछताछ की तो उसने बुरहानपुर के निलंबित सरकारी प्रतीक नवलखे द्वारा नोट उपलब्ध कराने की बात कही थी। फिलहाल प्रतीक नवलखे फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।