नईदुनिया प्रतिनिधि, बुरहानपुर: निजी स्कूलों की मनमानी फीस वृद्धि सहित अन्य मांगों पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से नाराज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सोमवार दोपहर जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में ताला जड़ दिया।
परिषद के पदाधिकारी ताला लगा कर गेट के बाहर ही बैठ गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। दोपहर सवा बारह बजे से करीब डेढ़ घंटे तक डीईओ कार्यालय के एक दर्जन से ज्यादा कर्मचारी अपने ही कार्यालय में कैद रहे।
हालांकि इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी संतोष सिंह सोलंकी कार्यालय में नहीं थे। सूचना मिलने पर एसडीएम अजमेर सिंह गौड़ व डिप्टी कलेक्टर राजेश पाटीदार सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचा।
डिप्टी कलेक्टर राजेश पाटीदार ने विरोध प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थी परिषद के प्रियांशी ठाकुर सहित अन्य पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि वे गुरुवार को जिला शिक्षा अधिकारी के साथ बैठक करा सभी समस्याओं का समाधान करा देंगे। इसके बाद विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों ने कार्यालय का ताला खोला और प्रदर्शन समाप्त किया।
विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि शहर के इसाई मिशनरियों द्वारा संचालित स्कूलों में हिंदू बच्चों के तिलक लगा कर जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। निजी स्कूल मनमाने तरीके से फीस बढ़ा रहे हैं और कॉपी, किताबों के दामों में हर साल मनमानी वृद्धि की जा रही है।
फीस जमा नहीं करने पर विद्यार्थियों को परीक्षा तक से वंचित कर दिया जाता है। इन सभी समस्याओं को लेकर कई बार ज्ञापन सौंपे गए और मौखिक शिकायत की गई, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी ने मौन साध रखा है। यही वजह है कि विवश होकर कार्यालय में तालाबंदी करनी पड़ी।
जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में ताला लगा कर कर्मचारियों को कैद करने के मामले में विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है। सिटी मजिस्ट्रेट राजेश पाटीदार का कहना है कि कार्यालय पर ताला लगाना गलत है। इस संबंध में कलेक्टर हर्ष सिंह से चर्चा की जाएगी। वहां से जो भी निर्देश मिलेंगे उसके अनुसार अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी संतोष सिंह सोलंकी से भी संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।