बुरहानपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। जिला मुख्यालय से करीब पचास किमी दूर धूलकोट क्षेत्र की दवाटिया पंचायत स्थित स्कूल मार्ग की टूटी पुलिया का जल्द निर्माण कार्य शुरू होगा। नईदुनिया में यह खबर प्रकाशित होने के बाद कलेक्टर प्रवीण सिंह ने आरइएस विभाग के अधिकारियों को मौके पर भेजा था। उन्होंने जानकारी दी है कि इसराम फाल्या जाने वाले मार्ग की इस पुलिया का काम बारिश के चलते रोक दिया गया था। बारिश थमते ही इसे आवागमन योग्य बना दिया जाएगा।
ज्ञात हो कि दवाटिया पंचायत के इसराम फाल्या में सरकारी प्राथमिक, माध्यमिक और हाई स्कूल हैं। इन्हीं स्कूलों में दवाटिया, मानसिंग फाल्या, धावड;यिा फल्या सहित छह छोटी बस्तियों के आदिवासी बच्चे पढ़ने जाते हैं। स्कूल तक जाने वाले मार्ग में पड़ने वाले बरसाती नाने पर बनी पुलिया का आधा हिस्सा आठ साल पहले बह गया था। तब से स्कूली बच्चे और ग्रामीण बारिश के दिनों में जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे थे। प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों को रोज अभिभावक गोद में उठाकर नाला पार कराते थे। फाल्या के ग्रामीणों और स्कूल के शिक्षकों को भी दोपहिया वाहन सहित नाला पार करने में खासी परेशानी का सामना करना पड;ता था। मजेदार पहलू यह है कि इसी नाले के पास पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गौराबाई दरबार का घर भी है। उनका पूरा परिवार भी बारिश में नाला पार करने मजबूर होता है। बावजूद इसके उन्होंने कभी पुलिया बनवाने के लिए प्रयास नहीं किए।
गांव में नहीं जाते जननी और एम्बुलेंस वाहन
ग्रामीणों के मुताबिक नाले पर पुलिया नहीं होने के कारण जरूरत पड़ने पर जननी और एंबुलेंस वाहन भी गांव में नहीं जा पाते। प्रसव के लिए महिलाओं को कांधे पर लादकर नाले के इस पार लाना पड़ता है। गंभीर रूप से बीमार लोगों को भी इसी तरह नाले के पार पहुंचाया जाता है। जिसके बाद उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं मिल पाती हैं। बारिश के चार महीने ग्रामीणों को इसी तरह गुजारने पड;ते हैं। बरसाती नाले के सूखने के बाद लोगों का आवागमन सामान्य हो पाता है।