
Pandit Pradeep Mishra Katha: बुरहानपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा (सीहोर) के मुखारविंद से बुरहानपुर में आगामी तीन से नौ फरवरी तक आयोजित होने वाली श्री शिव महापुराण कथा के लिए मंत्रोच्चार, विधि-विधान और महाआरती के साथ कथास्थल समरसता-सुमंगलम परिसर निर्माण कार्य का भूमिपूजन हुआ। इस अवसर पर सभी संतों, जनप्रतिनिधियों व गणमान्य नागरिकों ने अपने-अपने विचार रखें।संतों, पुजारियों, ब्राम्हणवृंद ने मंत्रोच्चार कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का अर्थ
ममता दीदी व्यास ने श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का अर्थ प्रतिपादित करते हुए कहा कि शिवजी की स्तुति और स्वयं को शक्ति व सामर्थ्य दिलाने वाली होती है। संपूर्ण सनातनधर्मियों को श्री शिव महापुराण की कथा के इस दिव्य आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रण-प्राण से जुट जाना चाहिए। योगेश चतुर्वेदी ने कहा कि भोला सबको अवसर देता है किन्तु सेवा का अवसर भोले के भक्त और संत प्रवृत्तिजन ही प्राप्त कर पाते है। कुछ ऐसा ही दिव्य और भव्य कार्यक्रम बुरहानपुर की पावरधरा पर अपनी बहन अर्चना दीदी के कारण मिल सका है।
पंडित प्रदीप मिश्रा की वक्तव्य शैली
महंत स्वामी पुष्करानंद महाराज ने पंडित प्रदीप मिश्रा की प्रभावी और सरल वक्तव्य शैली पर भी प्रकाश डाला। सभी संतों ने कहा कि अर्चना दीदी द्वारा इस महायज्ञ में संपूर्ण रूप से जो रुचि लेकर इसकी सफलता के लिए प्रयास किए जा रहे है, वह सराहनीय होकर वर्तमान पीढ़ी के लिए धर्म, संस्कृति व परंपराओं की अभिवृद्धि में सहायक सिद्ध होंगे।
मां ताप्ती के तट पर बुरहानपुर में शिव जी की कथा
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं कार्यक्रम संयोजक अर्चना चिटनिस (दीदी) ने कहा कि बुरहानपुर की पावन धरा और मां ताप्ती के तट पर देवाधीदेव महादेव की कृपा से सब संतों और पुण्यधर्मियों के शुभ कर्मों से पंडित प्रदीप मिश्रा सीहोर वालों ने हमें श्री शिव महापुराण की कथा करने हेतु सहमति प्रदान की। जिसके लिए आप सबने मुझे श्रेय देने की बात कही जिसको मैं आप सबकी पुण्याई मानती हूं। आप सब और इस पंडाल में आने वाले सभी भक्तों, श्रवणकर्ताओं के दम पर ही यह भव्य और विशाल कार्यक्रम संपन्न हो सकेगा।