- दिल्ली की इंडियन फ्लाइंग अकादमी की ओर से दी जाएगी ट्रेनिंग
खजुराहो (नईदुनिया न्यूज)। विश्व पर्यटन नगरी खजुराहो की पहचान अब प्रदेश में पायलट ट्रेनिंग सेंटर के रूप में भी होगी। सितंबर माह से खजुराहो में पायलट ट्रेनिंग स्कूल शुरू हो जाएगा। दिल्ली की इंडियन फ्लाइंग अकादमी के चीफ आपरेशन आफिसर कैप्टन सुनील कुमार सिंह पायलट की ट्रेनिंग देंगे। चीफ आपरेशन आफिसर ने बताया कि यह प्रदेश के लिए बड़ी सौगात होगी। खासकर छतरपुर जिले के युवा भी यहां देशभर के युवाओं के साथ पायलट की ट्रेनिंग ले सकेंगे। इसके लिए तैयारियां पूरी की जा रही हैं।
इंडियन फ्लाइंग अकादमी दिल्ली के चीफ आपरेशन आफिसर कैप्टन सुनील कुमार सिंह ने बताया कि खजुराहो सेंटर से एयरक्राफ्ट उड़ाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के दौरान सभी पायलट छात्रों को एक वर्ष में 200 घंटे की ट्रेनिंग पूरी करनी होगी, जिसमें एयरक्राफ्ट उड़ाने के साथ अन्य ट्रेनिंग होगी। इस ट्रेनिंग में 100 घंटे एयरक्राफ्ट उड़ाने, 50 घंटे क्रासकंट्री, जिसमें एक एयरपोर्ट से दूसरे एयरपोर्ट तक जाना निर्धारित होता है। इसके तहत नाइट फ्लाइंग, स्ट्रूमेंटस फ्लाइंग भी शामिल है। साथ ही एक वर्ष में जनवरी, अप्रैल, जुलाई और अक्टूबर माह में इसकी परीक्षा पास करना होगी। परीक्षा में एयर नेरिगेशन, इंडियन एयर रूल्स रेगुलेशन, टेक्निकल, स्पेसिफिकेशन और मीट्रियोलाजी के विषय की परीक्षा होगी।
ऐसे मिल जाएगा एयरक्राफ्ट उड़ाने का लाइसेंसः
इंडियन फ्लाइंग अकादमी दिल्ली के चीफ आपरेशन आफिसर कैप्टन सिंह ने बताया छात्र को ट्रेनिंग पूरी करने और परीक्षा पास करने का प्रमाणपत्र नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) को सबमिट करना होगा। डीजीसीए से पायलट का लाइसेंस जारी होगा। इस लाइसेंस की अवधि पांच वर्ष की होती है। इसके बाद रिन्यूवल कराने की व्यवस्था है।