नईदुनिया प्रतिनिधि, छतरपुर। अपनी मां की मौत के बाद से बिलखती दो बेटियों का दर्द कम नहीं हो रहा है। स्वजन उनको समझाते हैं लेकिन उनके आंसू हैं जो थमते ही नहीं है। मामला छतरपुर के शांतिनगर में संचालित प्रेमरूपा नर्सिंग होम का है। जहां तीन दिन पहले डिलेवरी के दौरान अत्यधिक ब्लीडिंग होने से 38 साल की अर्चना मिश्रा की मौत हो गई थी। उसके बाद नौनिहाल बेटी की भी जान चली गई।
इन दो मौतों का जिम्मेदारा स्वजनों ने उक्त अस्पताल की डाक्टर व स्टाफ का ठहराया है। मामले को प्रशासन ने गंभीरतर से लेते जांच के आदेश दिए हैं। एसडीएम के निर्देश पर जिला स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम मामले की जांच करेगी। जांच के बाद ही हकीकत सामने आ सकेगी कि डिलेवरी के दौरान कौन कौन अंदर थे और किस किस ने डिलेवरी कराई थी। स्वजनों ने आरोप लगाए थे कि डिलेवरी के दौरान स्वजनों से कहा गया कि दोनों सुरक्षित हैं आप बाहर जाइये। बाद में अत्यधिक ब्लीडिंग होने से प्रसूता की मौत हो गई।
प्रेमरूपा नर्सिंग होम मामले की जांच के लिए चार लोगों की टीम गठित हो गई है। जिसमें सीएमएचओ डॉ आरपी गुप्ता भी शामिल हैं। सीएमएचओ डा गुप्ता नर्सिंग होम का निरीक्षण कर चुके हैं। अब विशेष टीम नर्सिग होम के सीसीटीवी फुटेज जांच करेगी कि डिलेवरी के दौरान अंदर कौन कौन मौजूद था।
मामले की जांच लिए टीम गठित हो गई है। मैं खुद टीम में शामिल हूं। जल्द ही बयान दर्ज किए जाएंगे और सीसीटीवी फुटेज सहित अन्य जांच पड़ताल की जाएगी।
डॉ आरपी गुप्ता, सीएमएचओ, छतरपुर