नईदुनिया प्रतिनिधि, छतरपुर। छतरपुर जिले में खाद की कमी नहीं आए और किसानों को मांग के अनुसार खाद मिल जाए इसे लेकर सरकार लगातार रैक भेजती रही है। लेकिन यह खाद किसानों के हाथों में कम बल्कि खाद की कालाबाजारी करने वालों के पास तक ज्यादा पहुंच रहा है। जागरूक किसानों को जब खाद नहीं मिल रहा तो वह खाद के गोदामों में रखे खाद की स्थिति प्रशासन को खुद बता रहे हैं। नौगांव रोड पर खाद व्यापारी का गोदाम सील कर दिया गया था लेकिन रात में ही सील निकालकर पूरा माल सप्लाई कर दिया गया। जबकि प्रशासन के अधिकारियों ने स्टाक का मिलान कर रिपोर्ट दी थी।
इसी तरह रविवार को बमीठा में व्यापारी हरिशंकर गुप्ता के गोदाम में खाद होने की सूचना प्रशासन को दी गई। मौके पर जब प्रशासन की टीम पहुंची तो यूरिया खाद की बोरियां मिली। जबकि व्यापारी का खाद लाइसेंस बन तो गया है लेकिन प्रक्रिया में नहीं आ पाया है इसके बाद भी गोदाम में खाद मिला है। हकीकत यह है कि जिले में खाद की कालाबाजारी हो रही है और 1800 से 2000 रुपये की एक बोरी खाद बिक रहा है। कालाबाजारी पर सतर्कता बरतते हुए बीते दो दिन में प्रशासन ने दो राजनगर, एक नौगांव और दो बाजना में खाद की दुकानें सील की हैं।
अनियमितताएं मिलने पर बाजना की दो खाद दुकान सील कलेक्टर पार्थ जैसवाल के निर्देशन में जिलेभर में राजस्व अधिकारियों द्वारा खाद वितरण केंद्रों का निरीक्षण किया गया। साथ ही खाद के स्टाक मिलान करते हुए जांच की गई। एसडीएम बड़ामलहरा आयुष जैन द्वारा घुवारा मंडी स्थित डबल लाक, सोसायटी एवं एक निजी दुकान का निरीक्षण किया गया। तहसीलदार द्वारा बाजना की दोनों दुकानों में अनियमितता पाए जाने पर टीम द्वारा दुकानों को सील किया गया। इन दुकानों में निर्धारित दर से अधिक राशि लेने तथा समय पर खाद का वितरण न होने और स्टाक भंडारण में अनियमितता पाई गई।
मेरा तो अभी खाद का लाइसेंस ही नहीं है। मेरे पास जो खाद मिला है वो मैंने अपने लिए खरीदा है। मैं बीस बोरी लेकर आया था। हरीशंकर गुप्ता, खाद व्यापारी बमीठा हमें सूचना मिली थी कि बमीठा में एक जगह पर गोदाम में खाद रखा गया है। हमारी टीम पहुंची और देखा तो वहां करीब 25 बोरियां मिली। हम जांच करा रहे हैं। रविश कुमार, कृषि उपसंचालक, छतरपुर