नईदुनिया प्रतिनिधि, छिंदवाड़ा: गांव के सरकारी अस्पताल स्कूल और पंचायत की बिल्डिंगों में शौचालय बनकर तैयार तो हो जाते थे, लेकिन सफाई नहीं होने की वजह से कुछ दिनों में ही गंदगी में तब्दील हो जाते थे। इसके चलते लोग इनका उपयोग करने से परहेज करने लगने थे। लेकिन छिंदवाड़ा जिला प्रशासन ने एक ऐसा प्रैक्टिकल किया है, जिसे अब पूरे देश में लागू करने के लिए केंद्र सरकार काम कर रही है।
दिल्ली से फिक्की की दो सदस्यीय टीम पहुंची
दिल्ली से फिक्की (फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉर्मर्स एंड इंडस्ट्री) की दो सदस्यीय टीम छिंदवाड़ा पहुंची। यहां टीम ने हर्रई, अमरवाड़ा, जुन्नारदेव, परासिया के ग्रामीण अंचलों में इसे लागू करने के बाद क्या बदलाव आया, इसे करीब से जाना। इस दौरान टीम ने ग्रामीणों और वॉश ऑन व्हील को संचालित करने वाले स्वच्छता दूतों से भी चर्चा की।
1 नवंबर से पूरे प्रदेश में लागू है वॉश ऑन व्हील
छिंदवाड़ा से शुरू हुई वॉश ऑन व्हील को 1 नवंबर से मध्य प्रदेश के हर एक जिले में लागू कर दिया गया है। इसके बाद अब देश में भी से लागू करने का प्लान है। केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय की ओर से इंडिया सेनीटेशन कोएलिशन फिक्की के सीनियर वॉश स्पेशलिस्ट हुसैन रंगवाला ने बताया कि छिंदवाड़ा जिला पंचायत को जो अवार्ड मिला है, वह कई श्रेणियां रखने के बाद दिया गया है।
यह जमीनी स्तर पर कितना कारगर सिद्ध हो रहा है इसे जानने के लिए हम छिंदवाड़ा पहुंचे हैं। इसमें पेश आने वाली परेशानियां, इससे होने वाले फायदों के हिसाब से इसे पूरे देश में लागू किया जा सके।
टीम ने स्वच्छता दूतों से चर्चा की
फिक्की की टीम अमरवाड़ा के धनौरा ग्राम पंचायत के भुमका और जुन्नारदेव के घोड़ाबड़ी खुर्द गांव पहुंची। यहां ग्राम पंचायत के सामुदायिक शौचालय को देखा और इसकी साफ-सफाई पर प्रशंसा जाहिर की। टीम के सदस्यों ने बताया कि सामान्य तौर पर सामुदायिक शौचालय गंदे या फिर इनसे बदबू आती है, लेकिन यहां ऐसा नहीं है। इस दौरान टीम ने स्वच्छता दूतों से भी चर्चा की और वर्तमान में इससे होने वाली आय को जाना।
गांव में ही मिला रोजगार, स्कूलों में भी हाजिरी बढ़ी
दिल्ली से आई टीम ने जब स्वच्छता दूतों से कमाई के बारे में जानकारी ली, तो स्वच्छता मित्रों ने बताया कि पहले गांव में मजदूरी करते थे और 5 से 6 हजार रुपए महीने कमा पाते थे, पर अब उनकी कमाई 20 से 30 हजार रुपए महीना तक हो जाती है। स्वच्छता मित्रों ने बताया कि स्कूलों में शौचालय साफ नहीं होने से छात्राएं कम ही स्कूल आया करती थीं, लेकिन अब उनकी हाजिरी भी बढ़ गई है।
यह भी पढ़ें- वारंटी को पकड़ने में नाकाम थी पुलिस, हाई कोर्ट ने SSP को बुलाया तो 15 मिनट में पकड़ा
यह भी पढ़ें- मंत्रियों के बंगले हों या सरकारी कार्यालय, यदि बिजली चाहिए तो अग्रिम भुगतान करना होगा
यह अवार्ड पूरे देश में जिला स्तर पर पहली बार छिंदवाड़ा को मिला है
सितंबर में देश का सबसे प्रतिष्ठित इंडिया सेनीटेशन कोएलिशन फिक्की राष्ट्रीय पुरस्कार 2025 छिंदवाड़ा को प्रदान किया गया था। यह सम्मान सतत रख-रखाव और सामुदायिक प्रबंधन श्रेणी में मिला। दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में यह पुरस्कार जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अग्रिम कुमार ने प्राप्त किया था।
इसके बाद 1 नवंबर को पूरे प्रदेश में इसे लागू कर दिया गया। फिक्की का यह अवार्ड पूरे देश में जिला स्तर पर पहली बार छिंदवाड़ा को मिला है।