छिंदवाड़ा बाल श्रमिक रेस्क्यू अभियान : एक दिन में 33 बच्चे मुक्त कराए, बाल कल्याण समिति ने की काउंसलिंग
MP News: छिंदवाड़ा जिले में बाल श्रमिकों को मुक्त कराने के लिए चलाए गए विशेष अभियान में बड़ी सफलता मिली है। एक ही दिन में अलग-अलग इलाकों से कुल 33 बच्चों को रेस्क्यू किया गया और उन्हें काउंसलिंग के लिए भेजा गया।
Publish Date: Fri, 19 Sep 2025 03:05:06 PM (IST)
Updated Date: Fri, 19 Sep 2025 03:11:02 PM (IST)
Chhindwara child labour rescueHighLights
- छिंदवाड़ा बाल श्रमिक रेस्क्यू अभियान।
- एक दिन में 33 बच्चे मुक्त कराए गए।
- बाल कल्याण समिति ने की काउंसलिंग।
नईदुनिया प्रतिनिधि, छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा जिले में बाल और किशोर श्रमिकों को मुक्त कराने के लिए एक दिवसीय अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत जिले भर से कुल 33 बाल श्रमिकों का रेस्क्यू किया गया।
अभियान के लिए एक विशेष टीम गठित की गई, जिसके नोडल अधिकारी अनुविभागीय अधिकारी (परासिया) जितेंद्र सिंह जाट थे। इस टीम ने शहर के भीतर दुकानों, ढाबों, रेस्टोरेंट, ऑटो गैरेज, वाशिंग सेंटर और कारखानों जैसी जगहों पर छापेमारी कर 14 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया।
इसी तरह की कार्रवाई थाना चांद, रावनवाड़ा, परासिया, तामिया और अमरवाड़ा में भी की गई, जहाँ 19 और बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। अन्य सभी थानों में बाल श्रमिकों के होने का कोई मामला नहीं पाया गया।
बाल कल्याण समिति ने की काउंसलिंग
मुक्त कराए गए बच्चों की काउंसलिंग के लिए एक विशेष टीम बनाई गई, जिसमें बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री राहुल देव ठाकरे, श्रम निरीक्षक शिवशंकर मेहरा और महिला एवं बाल विकास विभाग के बाल संरक्षण अधिकारी चंद्रशेखर नागेश शामिल थे। टीम ने सभी बच्चों के सर्वोत्तम हित को ध्यान में रखते हुए उचित कार्यवाही की।