Pandhurna News : नई दुनिया प्रतिनधि, छिंदवाड़ा। विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पांढुर्णा को जिला बनाने का वादा पूरा कर दिया है। नया जिला पांढुर्णा क्षेत्रफल की दृ़ष्टि से काफी छोटा है। जिसमें सौंसर और पांढुर्णा तहसील को शामिल किया गया है। अजय शर्मा को कलेक्टर व राजेश कुमार त्रिपाठी को पांढुर्णा का बनाया पुलिस अधीक्षक बताया गया है। विधानसभा चुनाव का पूरा संचालन पुराने जिले छिंदवाड़ा से ही होगा लेकिन आचार संहिता से पहले कलेक्टर, एसपी की पदस्थापना करने की तैयारी की गई थी।
छिंदवाड़ा जिले से अलग होकर अब पांढुर्णा नया जिला होगा, सालों से पांढुर्णा तहसील के संघर्ष के बाद अब आचार संहिता लगने से पहले पांढुर्णा का यह सपना पूरा हो गया है। पांढुर्णा जिला में सौंसर और पांढुर्णा के 137 हलके शामिल किया गए हैं, जिसमें पांढुर्णा के 74 और सौंसर के 63 हलके शामिल हैं। अब छिंदवाड़ा में 12 तहसील रह जाएंगी। जिसमें अमरवाड़ा, उमरेठ, चांद, चौरई, छिंदवाड़ा, छिंदवाड़ा नगर जुन्नारदेव, तामिया, परासिया, बिछुआ मोहखेड़ और हर्रई शामिल हैं। जिसमें कुल 686 हलके रहेंगे। छिंदवाड़ा जिला क्षेत्रफल की दृष्टि से भी मप्र का सबसे बड़ा जिला था, लेकिन अब ये तमगा हट गया है। पांढुर्णा जिले के कामकाज संचालन के लिए यहां शासकीय अस्पताल का पुराना भवन, नपा परिषद का लक्ष्मी स्मृति भवन, और कृषि उपज मंडी पांढुर्णा के संपूर्ण नीचे का तल को लिया जाएगा। इसका विशेष आदेश आज जारी किया गया है।
प्रदेश में चुनावी साल में बीते 24 अगस्त को जामसांवली हनुमान मंदिर में हनुमान लोक की आधारशिला रखने पहुंचे सीएम शिवराज सिंह ने पांढुर्णा को जिला बनाने की घोषणा की थी। बुधवार रात शिवराज कैबिनेट की आखिरी बैठक में पांढुर्णा को जिला बनाए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी देकर छिंदवाड़ा जिले का परिदृश्य, सामान्य ज्ञान और सियासी भूगोल तीनों बदल गया है। मध्य प्रदेश शासन के जारी नोटिफिकेशन के अनुसार नए पांढुर्णा जिले में पांढुर्णा और सौंसर तहसील के कुल 137 पटवारी हल्के शामिल किए गए हैं।
जिले के गठन की प्रक्रिया पूरी हो गई है, जिस के बाद यहां कलेक्टर और एसपी पदस्थ किया जाना है। इस जिले में दो विधानसभा क्षेत्र सौंसर और पांढुर्णा होंगे। पांढुर्णा के जिला बनने छिंदवाड़ा नहीं बल्कि पांढुर्णा मध्यप्रदेश का वह जिला होगा जो महाराष्ट्र बॉर्डर से लगा जिला होगा।जिला बनने पर आतिशबाजीपांढुर्णा जिला छिंदवाड़ा से ज्यादा आर्थिक सम्पन्न जिला होगा। विभाजन में रेत, इंडस्ट्री और संतरा चले जाएंगे। अब मध्य प्रदेश का 55वां जिला पांढुर्णा हो गया है।जिला बनने के बाद पांढुर्णा में आधी रात जमकर आतिशबाजी की गई।
पांढुर्णा को जिला बनाने का सबसे ज्यादा विरोध सौंसर में ही हुआ, यहां पर 200 से ज्यादा आपत्तियां जिला कलेक्ट्रेट में पहुंची थी, यहां पर रोजाना कोई ना कोई आंदोलन भी हो रहा है। इन सबके बीच आपत्तियों का निराकरण का मसला अभी लंबित है, लेकिन एकाएक पांढुर्णा को जिला बनाने की कवायद तेज होते ही अब यह कहना गलत नहीं होगा कि सीएम पांढुर्णा को जिला बनाने की जो घोषणा की है, उसे चुनाव से पहले पूरा ही कर चुके हैं। इनका कहना है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विशेष रूप से आभार प्रकट करता हूं, जिनकी वजह से आज सालों के संघर्ष के बाद पांढुर्णावासियों का सपना साकार हुआ है। प्रकाश उइके, भाजपा प्रत्याशी पांढुर्णापांढुर्णा के जिला बनने से विकास की रफ्तार बढ़ेगी।ये हम सबके लिए काफी खुशी का क्षण है कि हम पांढुर्णा को जिला बनते देख रहे हैं।
नीलेश उइके विधायक, पांढुर्णा।