कफ सिरप केस
Cough Syrup Case: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में जानलेवा, मिलावटी कफ सिरप के चलते एक के बाद करके बच्चों की मौत की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस सिरप के उपयोग से मप्र व राजस्थान में अभी तक करीब 20 बच्चों की मौत हो गई है।
Publish Date: Mon, 06 Oct 2025 09:36:28 PM (IST)
Updated Date: Mon, 06 Oct 2025 09:55:47 PM (IST)
यह है प्रतिबंधित कफ सिरप।Cough Syrup Case: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में जानलेवा, मिलावटी कफ सिरप के चलते एक के बाद करके बच्चों की मौत की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस सिरप के उपयोग से मप्र व राजस्थान में अभी तक करीब 20 बच्चों की मौत हो गई है। इसके चलते अब सरकार हरकत में आ गई है। इस सिरप को बैन किया गया है, साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों पर निलंबन की कार्रवाई की गई है।
जानलेवा कफ सिरप: कब क्या हुआ
- 24 अगस्त 2024 - छिंदवाड़ा के परासिया के रहने वाले चार वर्ष के बच्चे शिवम राठौर को स्वजन ने प्रवीण सोनी को दिखाया। उन्होंने कोल्ड्रिफ सीरप व अन्य दवाएं दी। पेशाब रुकने की समस्या हुई।
- किडनी फेल होने उपचार के दौरान नागपुर में चार सितंबर को मौत हो गई।
- किडनी की बायोप्सी में डीइजी मिलने पर कलेक्टर ने 31 अगस्त को छिंदवाड़ा में कोल्ड्रिफ और नेस्ट्रो-डीएस सीरप के उपयोग व बिक्री पर रोक लगाई।
- 29-30 सितंबर को केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की टीम ने क्षेत्र में जाकर 19 दवाओं के सैंपल लिए। एनआईवी पुणे की टीम ने भी माइक्रोबायोलाजी जांच के लिए बाडी फ्लूड के सैंपल लिए।
- तीन अक्टूबर को तमिलनाडु सरकार की जांच रिपोर्ट में कोल्ड्रिफ में 48.60 प्रतिशत डीईजी की पुष्टि हुई।
- चार अक्टूबर को मध्य प्रदेश सरकार ने इस रिपोर्ट के आधार पर कोल्ड्रिफ पर प्रदेश भर में रोक लगाई। प्रदेश की जांच में भी कोल्ड्रिफ में 46.20 प्रतिशत डीईजी मिला।
- छह अक्टूबर को मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय बैठक में लापरवाही पर अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए।