नईदुनिया प्रतिनिधि, छिंदवाड़ा। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल नागपुर में उपचाररत बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। निम्न-स्तरीय कफ सिरप (Chhindwara Cough Syrup Case) के सेवन से बीमार हुए बच्चे नागपुर में विभिन्न अस्पतालों में उपचाररत हैं।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने नागपुर के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, एम्स और न्यू हेल्थ सिटी हॉस्पिटल में जाकर उपचार प्राप्त कर रहे पांचों बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी ली और चिकित्सकों से विस्तृत चर्चा की।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने चिकित्सकों को निर्देश दिए कि बच्चों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि बच्चों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं और विशेषज्ञ चिकित्सकों की विशेष टीम लगातार मॉनिटरिंग करती रहे।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने बच्चों के परिजनों और अभिभावकों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है। बच्चों के बेहतर से बेहतर उपचार के लिए हर संभव सहायता दी जाएगी।
इलाज में आया खर्च सरकार वहन करेगी। बच्चों के पूर्णतः स्वस्थ होने तक सतत मॉनिटरिंग के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस पूरे मामले में अत्यंत संवेदनशील है और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।
क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं जबलपुर डॉ. संजय मिश्रा, मध्यप्रदेश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, जीएमसी नागपुर, एम्स नागपुर और न्यू हेल्थ सिटी हॉस्पिटल के अधीक्षक, शिशु रोग चिकित्सक, विशेषज्ञ और चिकित्सक दल उपस्थित रहे।
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्यंत्री राजेंद्र शुक्ला ने चिकित्सकों से अपील की है कि वो हड़ताल पर न जाएं और अपना कार्य जारी रखें। छिंदवाड़ा में पत्रकारों से चर्चा के दौरान श्री। शुक्ला ने कहा कि सरकार ने एडवाइजरी जारी की है कि चार साल से कम।
उम्र के बच्चों को क्फ सिरप न लिखे इसका पालन करे। साथ ही श्री शुक्ल ने बच्चों की मौत के मामले को लेकर सरकार काफी सख्त है। पुलिस की विशेष टीम कोल्ड्रिफ बनने वाली कंपनी के मालिक को गिरफ्तार करने चेन्नई पहुंच चुकी हुआ। श्री शुक्ल ने बताया कि छिंदवाड़ा, पांढुरना और बैतूल के कुल 20 बच्चों की।इस प्रतिबंधित कफ सिरप के सेवन से मौत हो चुकी है।