नईदुनिया प्रतिनिधि, छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश में 23 बच्चों की मौत जिम्मेदार ‘कोल्ड्रिफ’ कफ सीरप बनाने वाली तमिलनाडु की कंपनी श्रीसन फार्मास्युटिकल के संचालक जी. रंगनाथन एसआईटी चेन्नई से फ्लाइट द्वारा नागपुर लेकर पहुंची। इसके बाद उसे नागपुर से छिंदवाड़ा लाया गया। टीम उसे लेकर परासिया थाने पहुंची है, दोपहर को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
मप्र एसआईटी ने बुधवार देर रात उसे चेन्नई से गिरफ्तार किया था। उसे ट्रांजिट रिमांड पर छिंदवाड़ा लाया जा रहा है। यहां परासिया थाने में उसके विरुद्ध पांच अक्टूबर को एफआइआर दर्ज की गई है। रंगनाथन के बंद मोबाइल की आखिरी लोकेशन साइबर सेल के माध्यम से ट्रेस की गई।
रणनीति बनाकर उसे पकड़ा गया। उससे पूछताछ के बाद कंपनी के कुछ अधिकारी-कर्मचारियों को आरोपित बनाया जा सकता है। जी. रंगनाथन पत्नी के साथ फरार था। चेन्नई में उसका अपार्टमेंट सील कर दिया है, जबकि कोडम्बक्कम स्थित रजिस्टर्ड कार्यालय बंद मिला। छिंदवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अजय पांडे ने बताया कि एसआईटी ने आरोपित की फैक्ट्री और कार्यालय में दबिश दी तो आरोपित नहीं मिला।
टीम ने साइबर सेल के जरिए लोकेशन ट्रेस कर चेन्नई से ही गिरफ्तार कर लिया। एसआइटी ने कंपनी से महत्वपूर्ण दस्तावेज, दवाओं के नमूने और उत्पादन रिकार्ड भी जब्त किया है। प्रदेश में जहरीली कफ सीरप पीने के बाद हुए संक्रमण से अब तक 23 बच्चों की मौत हो चुकी है। अब तक छिंदवाड़ा-पांढुर्णा जिलों के 21 और बैतूल के दो बच्चों की मौत हो चुकी है। तीन बच्चों का अभी नागपुर में उपचार चल रहा है।