नईदुनिया प्रतिनिधि, छिंदवाड़ा। परासिया में बीते 30 दिनों में 10 घरों के चिराग बुझ गए। शनिवार को नागपुर में इलाज के दौरान बड़कुई निवासी डेढ़ वर्षीय योगिता ठाकरे की मौत हो गई। योगिता पिछले 10 दिन से नागपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती थी। यह भी पता चला है कि जिन बच्चों की किडनी फेल होने से मौत हुई है और नागपुर और जिला अस्पताल में भर्ती हैं, उन सभी का इलाज परासिया के डा. प्रवीण सोनी के निजी क्लीनिक में हुआ था। जबकि वह परासिया के सिविल अस्पताल में कार्यरत हैं।
इसके बावजूद वह अपना निजी क्लीनिक चलाते हैं। अस्वस्थ्य होने के बाद किसी ने चंदा करके तो किसी ने ऑटो बेचकर अपने बच्चों का इलाज कराया था। अपना सब कुछ लुटाने के बाद भी अभिभावक बच्चों को नहीं बचा पाए। योगिता ठाकरे के पिता सुशांत ठाकरे एक निजी स्कूल में शिक्षक हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण परासिया के स्थानीय लोगों ने चंदा जुटाकर बच्ची के इलाज के लिए आर्थिक सहायता दी। प्रशासन ने चार-चार लाख रुपये के मुआवजे का एलान तो किया है, लेकिन जो दर्द उन्हें मिला है, वह कभी न भूलने वाला है।
परासिया के मैगजीन लाइन में रहने वाले यासीन खान के घर मातम पसरा है। यासीन ने रुंधे गले से बताया कि पांच साल के बेटे उसेद की हंसी घर में अब कभी नहीं गूंजेगी। उसे बचाने के लिए जिंदगीभर की जमा-पूंजी लगा दी, ऑटो तक बेच दिया, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। अब उसे अपने छोटे बेटे के लिए जीना होगा। परासिया के ही पांच वर्षीय अदनान खान के इलाज में परिवार ने चार लाख रुपये खर्च किए। मां आफरीन परवीन की आंखों में अब भी आंसू हैं। सबसे बड़े बेटे अदनान की दोनों किडनियां खराब होने के कारण जान चली गई।
चाकाढाना निवासी रसीद बोसम कर्नाटक में मजदूरी करने गया था ताकि वह बेटी को दीवाली पर नए कपड़े और मिठाइयां दिला सके। 14 महीने की बेटी संध्या की नागपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। उसकी मां इतरबती ने बताया कि जब वह जिला अस्पताल पहुंची, तो दवा की बोतल और डाक्टर की लिखी गई पर्ची अस्पताल में ले ली गई। उनके चार बच्चे हैं, जिसमें संध्या सबसे छोटी थी।
स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के पास 10 बच्चों के नाम हैं, लेकिन पगारा क्षेत्र के डुडडी गांव के सात वर्षीय दिव्यांश चंद्रवंशी व गायगोहान के चंचलेश का नाम रिकॉर्ड में नहीं हैं। इससे सवाल उठ रहा है कि क्या किडनी फेल होने से क्षेत्र के 12 बच्चों की मौत हुई है? जबलपुर सीएमएचओ पहुंचे परासिया जबलपुर से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. संजय मिश्रा के नेतृत्व में दो सदस्यीय दल शनिवार को परासिया पहुंचा। वे पीड़ित परिवारों से मिलकर घटना के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं। टीम ने बच्चों की स्वास्थ्य जांच से संबंधित रिपोर्ट का भी अध्ययन किया।