Hanuman Janmotsav 2022: छिंदवाड़ा के इस मंदिर में श्रद्धालु हनुमानजी को कागज पर अर्जी लिखकर बताते हैं मनोकामना
शहर का केसरीनंदन हनुमान मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र। मनोकामना पूर्ण होने पर श्रद्धालु मंदिर में बांधते हैं नारियल।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Sat, 16 Apr 2022 01:17:44 PM (IST)
Updated Date: Sat, 16 Apr 2022 01:17:44 PM (IST)

छिंदवाड़ा, नवदुनिया प्रतिनिधि। शहर के रेलवे स्टेशन मार्ग चारफाटक स्थित केसरीनंदन हनुमान मंदिर आस्था का केंद्र बना हुआ है। हनुमान जन्मोत्सव पर सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है। कोई अर्जी लेकर पहुंच रहा है तो कोई मनोकामना पूर्ण होने पर नारियल बांधने पहुंच रहा है। इस मंदिर की खासियत यह है कि यह आने वाला भक्त अपनी मनोकामना को कागज पर लिखकर हनुमानजी को समर्पित करता है। मनोकामना पूर्ण होने पर नारियल मंदिर की दीवारों पर बांधे जाते हैं। मंदिर में इतने नारियल बंधे हुए है कि उन्हें गिनना भी अब असंभव सा हो गया है। मंदिर के चारों तरफ नारियल की दीवार बन गई है। जो भक्त मंदिर में आते हैं, उन्हें पहले हाजिरी रजिस्टर में जय श्रीराम लिखकर लगानी होती है। उसके बाद आने का समय, नाम, पता तथा जाने का समय भी रजिस्टर में लिखना होता है। भक्तों को मंदिर समिति से एक आवेदन पत्र मिलता है, जिसमें वह मनोकामना को लिखकर उस पर सिंदूर लगाकर व जय श्रीराम लिखकर भगवान की चरणों में रख देते हैं। इस मंदिर के बारे में मान्यता यह भी है कि हनुमानजी प्रत्येक मंगलवार व शनिवार को जनसुनवाई करते हैं तथा भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं। भक्तों द्वारा लिखी समस्या गोपनीय होती है। मंदिर में भक्तों की अर्जियां देखकर यह महसूस किया जा सकता है कि लोगों की इस मंदिर में कितनी आस्था है। नारियल से यह भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितने लोगों की समस्याओं को हनुमानजी ने दूर किया है।
देश का दूसरा पूरब मुखी मंदिर
मंदिर के पुजारियों के अनुसार केसरीनंदन हुनमान मंदिर देश में अयोध्या के बाद दूसरा पूरब मुखी मंदिर है, हुनमानजी नीम के पेड़ के नीच अग्निकुंड में स्थापित हैं। ऐसा कहा जाता है कि मंदिरों में हनुमान जी की प्रतिमा दक्षिण मुख किए होती है, लेकिन इस मंदिर में पूर्व की दिशा की ओर है। भगवान की प्रतिमा भी सिर्फ सिर आकार लिए हुए है, जो एक अलौकिक रुप में नजर आती है।