छिंदवाड़ा (नवदुनिया प्रतिनिधि)। मिलावट से मुक्ति अभियान के अंतर्गत जिले भर में कार्रवाई की जा रही है। दीपावली त्योहार में मिलावटी मिठाई को लेकर शनिवार को खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने शहर के विभिन्ना मिष्ठान प्रतिष्ठानों पर दबिश देकर मिठाइयों के नमूने एकत्रित किए। खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने रविवार को शहर में स्थित मित्तल सेल्स कॉर्पोरेशन से सोनपपड़ी का नमूना एवं न्यू पवार स्वीट्स चंदनगांव से मिठाई बर्फी का नमूना जांच के लिए संग्रहित किया गया। खजरी रोड रायबेकरी, इमली खेड़ा स्थित स्वीट्स और किराना दुकानों का निरीक्षण किया गया। सभी मिष्ठान भंडारों को स्वच्छता बनाए रखने एवं मिठाइयों में दूषित रंग न मिलाने से लेकर मिठाइयों पर उपयोग करने की तिथि अंकित करने के लिए संबंधी निर्देश दिए गए। साथ ही खाद्य सुरक्षा दल द्वारा जुन्नाारदेव शहर में कार्यवाही करते हुए 7 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया। जिनमें बीकानेर मिष्ठान भंडार एवं कारखाना, रॉयल मिष्ठान भंडार, ज्योति मिष्ठान भंडार एवं कारखाना, आकांक्षा स्वीट, चाय चौपाल का निरीक्षण कर खोवा, मलाई टिकिया, सेव एवं कुंदा पेड़ा के 4 नमूने संग्रहित किए गए। नमूना जांच के लिए प्रयोगशाला भेजी जा रही है, रिपोर्ट आने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
रिर्पोट देरी से आने के कारण समस्या
एक ओर जिला प्रशासन मिलावटी खाद्य सामग्री को लेकर लगातार सक्रिय है, वहीं इस पूरी प्रक्रिया को लेकर इसलिए सवाल उठते हैं, क्योंकि जब तक जांच रिपोर्ट आती है, तब तक एक साल बीत जाता है। जिसके कारण समय पर कार्रवाई नहीं हो पाती। यही नहीं जब भी त्योहारों का सीजन आता है, तब ही विभाग का अमला सक्रिय होता है, साल भर विभाग की टीम बिल्कुल निष्क्रिय रहती है। जिसके कारण मिलावटखोरों को बढ़ावा मिलता है। ऐसे में विभाग की प्रक्रिया को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। हाल ही में रक्ष बंधन के त्योहार में भी बड़े पैमाने पर विभाग ने कार्रवाई की थी, लेकिन अभी तक जांच रिपोर्ट नहीं आई। जिसके कारण उपभोक्ता के मन में हमेशा ही भ्रम की स्थिति बनी रहती है।
इनका कहना है
हम लगातार जांच अभियान चला रहे हैं, जो भी जांच रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगीं
कोमल दियावार, जिला खाद्य अधिकारी